2014 से प्रत्येक वर्ष 25 दिसंबर को पूर्व प्रधान मंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर सुशासन दिवस (Good Governance Day) मनाया जाता है।
- नागरिकों के कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए प्रभावी, कुशल और जवाबदेह तरीके से शासन करने की प्रक्रिया को ‘सुशासन’ कहा जाता है।
- संयुक्त राष्ट्र ने सुशासन के आठ लक्षण बताए हैं (इन्फोग्राफिक देखें)।

शुरू की गई नई पहलें
सुशासन दिवस के अवसर पर कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्रालय ने निम्नलिखित प्रमुख पहलों की शुरुआत की है:
- विकसित पंचायत कर्मयोगी: यह “प्रशासन गांव की ओर” अभियान का एक हिस्सा है। इसका उद्देश्य नवीन साधनों और क्षमता-निर्माण फ्रेमवर्क के माध्यम से पंचायती राज संस्थानों (PRIs) को मजबूत बनाना है।
- इसे ओडिशा, असम, गुजरात और आंध्र प्रदेश में पायलट परियोजना के रूप में चलाया जा रहा है। इसके तहत ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म, AI-चैटबॉट्स और मोबाइल ऐप्स का उपयोग करते हुए ज्ञान एवं सूचना के अभाव को पूरा कर सेवा वितरण में सुधार किया जाता है।
- एकल एवं सरलीकृत पेंशन आवेदन फॉर्म: इलेक्ट्रॉनिक मानव संसाधन प्रबंधन प्रणाली (e-HRMS) को भविष्य पोर्टल (ऑनलाइन पेंशन स्वीकृति और ट्रैकिंग प्रणाली) के साथ एकीकृत करके पेंशन प्रक्रिया को सरल बनाया गया है। इसके लिए पूरी प्रक्रिया को डिजिटल बनाया गया है।
- पेंशन संबंधी निर्देशों का सार-संग्रह, 2024: इसमें पेंशन से संबंधित सभी अपडेटेड नियमों, प्रक्रियाओं और दिशा-निर्देशों को शामिल किया गया है।
भारत में सुशासन को सुनिश्चित करने के समक्ष चुनौतियां: भ्रष्टाचार, जवाबदेही की कमी, राजनीति का अपराधीकरण, अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में जागरूकता का निम्न स्तर, कानूनों का अप्रभावी कार्यान्वयन, आदि।
सुशासन के लिए शुरू की गई अन्य पहलें
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