ILO के अनुसार, भारत में सामाजिक सुरक्षा का दायरा बढ़कर 64.3% पर पहुंच गया है। इस मामले में भारत अब विश्व में दूसरे स्थान पर आ गया है। ILO के ILOSTAT डेटाबेस के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, भारत का सामाजिक सुरक्षा कवरेज 2015 के 19% से बढ़कर 2025 में 64.3% (94 करोड़ से अधिक) हो गया है। इसमें पिछले एक दशक में 45% की अभूतपूर्व वृद्धि हुई है।
सामाजिक सुरक्षा/ संरक्षण क्या है?
- परिभाषा: सामाजिक सुरक्षा (Social security) वह संरक्षण है, जिसे कोई समाज व्यक्तियों एवं परिवारों को स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंच सुनिश्चित करने और आय संबंधी सुरक्षा की गारंटी देने के लिए प्रदान करता है। इसे विशेष रूप से वृद्धावस्था, बेरोजगारी, बीमारी, दिव्यांगता, कार्यस्थल पर चोट लगने या मातृत्व के मामलों में प्रदान किया जाता है।
- सामाजिक सुरक्षा के तीन स्तंभ हैं (सामाजिक सहायता, सामाजिक बीमा और श्रम बाजार कार्यक्रम), जो आत्मनिर्भरता एवं स्वतंत्रता में मदद करते हैं।
सामाजिक सुरक्षा के लिए शुरू की गई पहलें
- प्रधान मंत्री श्रम योगी मान-धन योजना (PM-SYM) (वृद्धावस्था संरक्षण) (18-40 वर्ष): लाभार्थी द्वारा 50% मासिक अंशदान और केंद्र सरकार द्वारा समान अंशदान।
- प्रधान मंत्री जीवन ज्योति योजना (PMJJBY) (18 से 50 वर्ष): किसी भी कारण से मृत्यु होने पर 2 लाख रुपये की सहायता प्रदान की जाती है।
- अटल पेंशन योजना: (18-40 वर्ष): 1000-5000 रुपये की पेंशन प्राप्त कर सकते हैं।
- अन्य: प्रधान मंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY) (18 से 70 वर्ष), सार्वजनिक वितरण प्रणाली, आयुष्मान भारत, प्रधान मंत्री आवास योजना - ग्रामीण, आदि।