हाल ही में, विश्व आर्थिक मंच ने ‘ग्लोबल जेंडर गैप रिपोर्ट’ का 19वां संस्करण (2025) जारी किया है। इसमें विगत वर्ष 2024 की तुलना में भारत की रैंकिंग में गिरावट आई है। पिछले वर्ष भारत 129वें स्थान पर था। यह रिपोर्ट ग्लोबल जेंडर गैप इंडेक्स (GGGI) पर आधारित है।
- इसके अलावा, भारत का समग्र लैंगिक समानता स्कोर 64.4% है, जो कि दक्षिण एशिया में सबसे कम है।
- दक्षिण एशियाई देशों में बांग्लादेश सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाला देश बनकर उभरा है, जो 75 रैंक की वृद्धि के साथ विश्व स्तर पर 24वें स्थान पर पहुंच गया है।
- कुल मिलाकर, अभी तक किसी भी अर्थव्यवस्था ने पूर्ण लैंगिक समानता हासिल नहीं की है।
- आइसलैंड लगातार 16वें वर्ष शीर्ष पर है। उसके बाद फिनलैंड, नॉर्वे, यूनाइटेड किंगडम और न्यूजीलैंड का स्थान है।
- इस वर्ष (2025) ग्लोबल जेंडर गैप में कुछ कमी दर्ज की गई है। यह कमी 2024 की 68.4% से बढ़कर 68.8% हो गई है। मौजूदा प्रगति के हिसाब से वैश्विक स्तर पर पूर्ण लैंगिक समानता हासिल करने में 123 वर्ष लग सकते हैं।
भारत का समग्र प्रदर्शन (2025):
- ग्लोबल जेंडर गैप इंडेक्स प्रतिवर्ष चार प्रमुख आयामों (उप-सूचकांकों) में लैंगिक समानता की वर्तमान स्थिति और विकास का मूल्यांकन करता है।
