"फार्म 2" नामक यह मिशन स्पेसएक्स के ड्रैगन अंतरिक्ष यान द्वारा लॉन्च किया गया है। इसमें कई प्रयोग किए जाएंगे जैसे- अंतरिक्ष में X-ray लेना और माइक्रोग्रैविटी में मशरूम उगाने का प्रयोग करना।
पृथ्वी की ध्रुवीय कक्षा के बारे में:
- ध्रुवीय कक्षा वह होती है, जब कोई उपग्रह या अंतरिक्ष यान उत्तरी एवं दक्षिणी ध्रुवों के ऊपर से गुजरते हुए पृथ्वी की परिक्रमा करता है।
- उत्तरी और दक्षिणी ध्रुवों पर 10 डिग्री तक का विचलन भी ध्रुवीय कक्षा के रूप में वर्गीकृत किया जाता है।
- ऊंचाई: ध्रुवीय कक्षाएं आमतौर पर 200 से 1000 किमी की ऊंचाई के बीच मौजूद निम्न भू-कक्षाएं होती हैं।
- महत्त्व: पृथ्वी के घूर्णन के चलते ध्रुवों के ऊपर से परिक्रमा करने वाला अंतरिक्ष यान पूरे ग्रह का पर्यवेक्षण कर सकता है।
- ध्रुवीय कक्षा का उपयोग विशेष रूप से मौसम, मानचित्रण और जासूसी उपग्रहों के लिए उपयोगी होता है।
- समस्या: ध्रुवीय कक्षाओं में रॉकेट प्रक्षेपित करने के लिए अधिक ईंधन की आवश्यकता होती है। ऐसा इस कारण, क्योंकि इस कक्षा में जाने के लिए रॉकेट पृथ्वी की घूर्णन गति का लाभ नहीं उठा सकता है।
