VVP-II की आधारशिला पहले चरण के ‘वाइब्रेंट विलेजेस प्रोग्राम-I’ पर रखी गई है। VVP-I के तहत पूर्वोत्तर भारत के सीमावर्ती गांवों को लक्षित किया गया था।
- यह पहल सुरक्षित व संरक्षित भू-सीमाओं को सुनिश्चित करते हुए विकसित भारत@2047 के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को उजागर करती है।
वाइब्रेंट विलेजेस प्रोग्राम-II (VVP-II) के बारे में

- प्रकार: यह 100% केंद्र वित्त पोषण के साथ केंद्रीय क्षेत्रक की एक योजना है। गौरतलब है VVP-I केंद्र द्वारा प्रायोजित योजना थी।
- कवरेज: 17 राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों में अंतर्राष्ट्रीय भू-सीमाओं (ILBs) के साथ सामरिक अवस्थिति वाले गांव। इसमें VVP-I (2023-24) के तहत कवर किए गए पूर्वोत्तर सीमा के ब्लॉक्स शामिल नहीं होंगे।
- उद्देश्य: जीवन स्तर में सुधार लाना, आजीविका के अवसर प्रदान करना, सीमा-पार अपराध को नियंत्रित करना तथा आंतरिक सुरक्षा के लिए आबादी को 'आंख और कान' के रूप में तैयार करना।
वाइब्रेंट विलेजेस प्रोग्राम-II की मुख्य विशेषताएं
- अवसंरचना का विकास: प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY-IV) के तहत सभी मौसम के लिए उपयुक्त सड़क संपर्क के साथ सड़क, आवास, स्वच्छता, पेयजल और स्मार्ट कक्षाओं में निवेश करना।
- मूल्य श्रृंखला और आजीविका विकास: टिकाऊ आजीविका सुनिश्चित करने के लिए सहकारी समितियों, स्वयं सहायता समूहों तथा सीमा-विशिष्ट आउटरीच गतिविधियों के लिए समर्थन जुटाना।
- कल्याणकारी योजना: कन्वर्जेंस मॉडल के अंतर्गत पूर्ण कवरेज सुनिश्चित करते हुए निर्धारित गांवों में मौजूद कल्याणकारी योजनाओं को लागू करना।
- संस्कृति एवं पर्यटन को बढ़ावा: पर्यटन और स्थानीय विरासत को बढ़ावा देने के लिए मेलों, त्योहारों, जागरूकता शिविरों एवं राष्ट्रीय दिवस समारोहों का आयोजन करना।
- पीएम गति शक्ति: इसका उपयोग परियोजना के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए किया जाएगा।