प्रधान मंत्री ने भारत-सऊदी अरब रणनीतिक साझेदारी परिषद (SPC) की दूसरी लीडर्स मीटिंग की सह-अध्यक्षता की।
बैठक के मुख्य परिणामों पर एक नजर
- भारत-सऊदी अरब SPC का विस्तार कर इसमें दो नई मंत्रिस्तरीय समितियां शामिल की जाएंगी। एक समिति रक्षा सहयोग पर और दूसरी समिति पर्यटन एवं सांस्कृतिक सहयोग पर गठित होगी।
- SPC में पहली दो मंत्रिस्तरीय समितियां हैं- एक राजनीतिक, कॉन्सुलर और सुरक्षा सहयोग पर तथा दूसरी अर्थव्यवस्था, ऊर्जा, निवेश और प्रौद्योगिकी पर।
- वर्ष 2024 में गठित निवेश पर संयुक्त उच्च स्तरीय टास्क फोर्स (HLTF) ने भारत में दो रिफाइनरियों की स्थापना पर सहयोग करने पर सहमति व्यक्त की।
- शांतिपूर्ण उद्देश्यों हेतु अंतरिक्ष गतिविधियों, स्वास्थ्य और डोपिंग रोधी शिक्षा एवं रोकथाम के क्षेत्र में सहयोग के लिए समझौता ज्ञापनों (MoUs) पर हस्ताक्षर किए गए।
- भारत और खाड़ी सहयोग परिषद (GCC) के बीच मुक्त व्यापार समझौते (FTA) तथा द्विपक्षीय निवेश संधि पर वार्ता में तेजी लाने पर सहमति हुई।
भारत-सऊदी अरब संबंध
- आर्थिक सहयोग: भारत सऊदी अरब का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है और सऊदी अरब भारत का पांचवां सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है।
- वित्त वर्ष 2023-24 में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 42.98 बिलियन अमरीकी डॉलर रहा था और भारत में सऊदी अरब का निवेश लगभग 10 बिलियन अमरीकी डॉलर रहा था।
- उल्लेखनीय है कि दोनों देश भारत- मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा पहल में भागीदार हैं।
- ऊर्जा भागीदारी: वित्त वर्ष 2023-24 में सऊदी अरब, भारत के लिए कच्चे तेल और LPG का तीसरा सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता था।
- प्रवासी: सऊदी अरब में भारतीय समुदाय की संख्या लगभग 2.7 मिलियन है।
- रक्षा एवं सुरक्षा: संयुक्त अभ्यास (सदा तनसीक व अल मोहद अल हिंदी/ SADA TANSEEQ, AL MOHED AL HINDI) और रक्षा विनिर्माण संबंध।