हाल ही में, भूटान नरेश आधिकारिक यात्रा पर भारत पहुंचे। इस दौरान भूटान नरेश और भारत के प्रधान मंत्री ने दोनों देशों के बीच स्थायी मैत्री एवं सहयोग के प्रति प्रतिबद्धता की पुनः पुष्टि की। इसके अलावा, प्रधान मंत्री ने भूटान के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए अपना समर्थन भी सुनिश्चित किया।
आधिकारिक यात्रा पर संयुक्त वक्तव्य
- परियोजनाएं और पहलें: भूटान नरेश ने गेलेफू माइंडफुलनेस सिटी (GMC) विशेष प्रशासनिक क्षेत्र के लिए अपने विज़न को प्रकट किया। साथ ही, इस परियोजना पर भारत और भूटान द्वारा एक साथ मिलकर काम करने की संभावनाओं पर भी प्रकाश डाला।
- भूटान नरेश द्वारा परिकल्पित GMC एक नवोन्मेषी शहरी विकास परियोजना है। यह आर्थिक संवृद्धि को जागरूकता, समग्र जीवन निर्वाह और संधारणीयता के साथ एकीकृत करती है।
- ऊर्जा सहयोग: दोनों पक्षों ने जलविद्युत क्षेत्रक में सहयोग के महत्त्व को दोहराया और पुनात्सांगछू-I जलविद्युत परियोजना को शीघ्र पूरा करने की आवश्यकता पर सहमति व्यक्त की। इसके अलावा, 1020 मेगावाट की पुनात्सांगछू-II जलविद्युत परियोजना पर हुई प्रगति का भी उल्लेख किया।
- कनेक्टिविटी और अवसंरचना: दर्रांगा में एकीकृत चेक पोस्ट खोलने को पूर्वी भूटान में पर्यटन एवं आर्थिक गतिविधियों के लिए फायदेमंद माना गया।
- अंतरिक्ष और STEM क्षेत्र में सहयोग: दोनों देशों ने अंतरिक्ष क्षेत्रक में सहयोग के लिए संयुक्त कार्य योजना के कार्यान्वयन में हुई प्रगति का स्वागत किया। साथ ही, STEM (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) विषयों पर जोर देते हुए शिक्षा के क्षेत्रक में बढ़ते सहयोग पर संतोष व्यक्त किया।
भारत-भूटान संबंध
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