भारतीय प्रधान मंत्री की वाशिंगटन यात्रा के दौरान घोषित इस पहल का उद्देश्य महत्वपूर्ण खनिजों, फार्मास्यूटिकल्स, एडवांस मटेरियल आदि क्षेत्रकों में दोनों देशों के बीच सहयोग को मजबूत करना है।
ट्रस्ट (TRUST) पहल का महत्त्व
- यह पहल सार्वजनिक और निजी निवेश को प्रोत्साहित करेगी तथा विनिर्माण क्षमता को बढ़ावा देगी। इससे भारत और अमेरिका दोनों देशों में रोजगार सृजित हो सकेंगे।
- यह प्रौद्योगिकी हस्तांतरण में मौजूद बाधाओं को कम करेगी, निर्यात नियंत्रण का समाधान करेगी और उच्च तकनीक के व्यापार को बढ़ाकर समग्र निर्यात को बढ़ावा देगी।
- महत्वपूर्ण खनिजों, अर्धचालकों एवं सक्रिय औषध सामग्री (API) आदि के लिए विश्वसनीय और लचीली आपूर्ति श्रृंखला का निर्माण करेगी।
- आपूर्ति श्रृंखलाओं में विविधता लाने और चीन के प्रभुत्व को प्रतिसंतुलित करने के लिए लिथियम, दुर्लभ भू-तत्वों जैसे सामरिक खनिजों की पुनर्प्राप्ति एवं प्रसंस्करण में आपस में सहयोग को बढ़ावा देगी।
- महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों (जैसे- रक्षा, AI, क्वांटम प्रौद्योगिकी आदि) के क्षेत्रकों में सरकार-से-सरकार, शिक्षा और निजी क्षेत्रक के बीच सहयोग को उत्प्रेरित करके नवाचार को प्रोत्साहित करेगी।
- भारत सरकार के राष्ट्रीय महत्वपूर्ण खनिज मिशन को मजबूत करने में मदद करेगी। साथ ही, सार्वजनिक और निजी क्षेत्रक की कंपनियों को विदेशों में महत्वपूर्ण खनिज परिसंपत्तियों के अधिग्रहण के लिए प्रोत्साहित भी करेगी।
महत्वपूर्ण खनिजों (Critical Minerals) के बारे में
- ये ऐसे तत्व हैं, जो आवश्यक आधुनिक प्रौद्योगिकियों के आधार हैं। साथ ही, वैश्विक स्तर पर सीमित मात्रा में उत्पादन एवं भू-राजनीतिक कारकों के कारण इनकी आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान का खतरा बना रहता है।
- महत्त्व
- रक्षा: नियोडिमियम, समैरियम जैसे महत्वपूर्ण दुर्लभ भू-तत्वों का मिसाइलों, लड़ाकू विमानों और रडार में उपयोग किए जाने वाले उच्च-प्रदर्शन वाले चुम्बकों को बनाने के लिए के लिए उपयोग किया जाता है।
- ऊर्जा: ऊर्जा भंडारण और इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए उन्नत बैटरी बनाने में लिथियम, कोबाल्ट जैसे महत्वपूर्ण खनिजों का उपयोग किया जाता है।
- मेडिकल: यूरोपियम और टर्बियम, बायोटेक इमेजिंग और मेडिकल डायग्नोस्टिक्स को बढ़ाता है।
