19 फरवरी को देशभर में छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती मनाई गई।
छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में

- छत्रपति शिवाजी महाराज का जन्म शिवनेरी किले में हुआ था।
- शिवाजी का पालन पोषण उनकी मां जीजाबाई और गुरु दादोजी कोंडदेव की देखरेख में हुआ था। शिवाजी पर हिंदू और सूफी शिक्षाओं का गहरा असर था।
प्रमुख योगदान
सैन्य उपलब्धियां और गुरिल्ला युद्ध शैली:
- शिवाजी ने मात्र 16 वर्ष की आयु में तोरण किले पर अधिकार करके अपनी विजय यात्रा का शुभारंभ किया।
- गुरिल्ला युद्ध पद्धति के कारण 1659 में उन्होंने अफजल खान को परास्त किया।
प्रशासन और शासन:
- शिवाजी ने अपने राज्य में राजस्व सुधारों, अनुशासित सेना और धार्मिक सहिष्णुता पर ध्यान केंद्रित करते हुए प्रगतिशील शासन व्यवस्था को लागू किया था।
- 1674 में छत्रपति के रूप में शिवाजी का राज्याभिषेक हुआ, जिसने स्वतंत्र मराठा साम्राज्य को औपचारिक पहचान दी।
विरासत:
- शिवाजी महाराज का “हिंदवी स्वराज्य (स्व-शासन)” का दृष्टिकोण पीढ़ियों से सभी को प्रेरित करता आया है।
- शिवाजी महाराज को एक दूरदर्शी नेतृत्वकर्ता, न्यायप्रिय शासक और बहादुरी एवं स्वतंत्रता के प्रतीक के रूप में याद किया जाता है।