बिम्सटेक (बे ऑफ बंगाल इनिशिएटिव फॉर मल्टी-सेक्टोरल टेक्निकल एंड इकोनॉमिक कोऑपरेशन) एक क्षेत्रीय संगठन है। इसकी स्थापना 1997 में बैंकॉक घोषणा-पत्र पर हस्ताक्षर के साथ हुई थी।
- यह एक क्षेत्रक-संचालित समूह है। इसमें सात सदस्य देश (बांग्लादेश, भूटान, भारत, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका और थाईलैंड) शामिल हैं।
- इसके चार्टर को श्रीलंका में आयोजित 5वें शिखर सम्मेलन (2022) में अंतिम रूप दिया गया था।
छठे शिखर सम्मेलन के मुख्य निष्कर्ष
- बिम्सटेक बैंकॉक विज़न 2030: 2030 तक एक समृद्ध, सक्षम और खुले या "प्रो बिम्सटेक" के निर्माण के लिए रणनीतिक योजना की रूपरेखा तैयार करने वाला पहला विज़न तैयार किया गया है। इसके तहत आर्थिक एकीकरण, कनेक्टिविटी और मानव सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
- समुद्री परिवहन सहयोग पर समझौता: इसमें दक्षिण और दक्षिण-पूर्वी एशिया के बीच समुद्री कनेक्टिविटी को मजबूत करना, लॉजिस्टिक्स दक्षता में सुधार करना, व्यापार लागत को कम करना आदि शामिल हैं।
भारत के नेतृत्व में शुरू की गई महत्वपूर्ण पहलें
- बिम्सटेक उत्कृष्टता केंद्र: इसके तहत भारत में आपदा प्रबंधन, संधारणीय समुद्री परिवहन, पारंपरिक चिकित्सा तथा कृषि में अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संबंधी उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किए जाएंगे ।
- बोधि (मानव संसाधन अवसंरचना के संगठित विकास के लिए बिम्सटेक): यह पेशेवरों, छात्रों, शोधकर्ताओं आदि को प्रशिक्षण एवं छात्रवृत्ति प्रदान करके युवाओं को कुशल बनाने का कार्यक्रम है।
- डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर: भारत क्षेत्र में इसकी आवश्यकता का आकलन करने के लिए एक पायलट अध्ययन आयोजित करेगा।
- लोगों के बीच जुड़ाव को मजबूत करना: भारत 2027 में प्रथम बिम्सटेक खेलों की मेजबानी करेगा।
- बिम्सटेक चैंबर ऑफ कॉमर्स की स्थापना: प्रतिवर्ष बिम्सटेक बिजनेस शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जायेगा।
