NTPC लिमिटेड ने अमेरिका स्थित क्लीन कोर थोरियम एनर्जी (CCTE) के साथ एक रणनीतिक समझौता किया है। यह समझौता एडवांस्ड न्यूक्लियर एनर्जी फॉर एनरिच्ड लाइफ (ANEEL) के विकास और उसके उपयोग की संभावनाओं का पता लगाने के लिए किया गया है।
- NTPC भारत सरकार के अधीन एक महारत्न कंपनी है। यह भारत की सबसे बड़ी विद्युत उत्पादक कंपनी है।
एडवांस्ड न्यूक्लियर एनर्जी फॉर एनरिच्ड लाइफ (ANEEL) के बारे में
- इसे CCTE ने विकसित किया है। यह प्रेशराइज्ड हेवी वाटर रिएक्टर्स (PHWRs) के लिए डिजाइन किया गया थोरियम आधारित ईंधन है।
- इसमें थोरियम के साथ थोड़ी मात्रा में संवर्धित यूरेनियम मिलाया जाता है।
एडवांस्ड न्यूक्लियर एनर्जी फॉर एनरिच्ड लाइफ (ANEEL) ईंधन के अपेक्षित लाभ
- थोरियम का उपयोग: मौजूदा PHWR रिएक्टर्स में ईंधन के तौर पर थोरियम के उपयोग से भारत की ऊर्जा सुरक्षा में सुधार होगा, क्योंकि थोरियम देश में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है।
- अपशिष्ट में कमी: ANEEL ईंधन का अधिकतम उपयोग हो जाने से न्यूक्लियर अपशिष्ट की मात्रा में 85% से अधिक की कमी आ जाती है।
- लागत में कमी: ईंधन को बार-बार बदलने की जरूरत कम होने से परिचालन लागत कम हो जाती है।

- अप्रसार: प्रयुक्त ईंधन में थोरियम की उपस्थिति के कारण इससे हथियारों का निर्माण नहीं किया जा सकता है।
थोरियम के बारे में
- थोरियम प्राकृतिक रूप से पाई जाने वाली एक रेडियोधर्मी धातु है।
- थोरियम एकल समस्थानिक रूप – Th-232 – में पाया जाता है, जिसका क्षय बहुत धीरे-धीरे होता है।
- थोरियम का सबसे आम स्रोत मोनाजाइट है, जिसकी सबसे अधिक सांद्रता प्लेसर निक्षेपों में पाई जाती है।
- भारत में विश्व का सबसे बड़ा थोरियम भंडार है (11.93 मिलियन टन मोनाजाइट, जिसमें 1.07 मिलियन टन थोरियम है)।
- थोरियम (Th-232) स्वयं विखंडनीय नहीं है। इसलिए इसे थर्मल न्यूट्रॉन रिएक्टर में सीधे उपयोग नहीं किया जा सकता है।
- हालांकि, इसमें श्रृंखला अभिक्रिया के लिए यूरेनियम-233 या प्लूटोनियम-239 जैसे विखंडनीय पदार्थ की आवश्यकता होती है।