भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट (FSR) का दिसंबर, 2024 का अंक जारी किया | Current Affairs | Vision IAS
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भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने वित्तीय स्थिरता रिपोर्ट (FSR) का दिसंबर, 2024 का अंक जारी किया

Posted 31 Dec 2024

8 min read

यह रिपोर्ट एक छमाही प्रकाशन है। इसमें वित्तीय क्षेत्रक के सभी विनियामकों का योगदान होता है।

  • यह रिपोर्ट वित्तीय स्थिरता एवं विकास परिषद की उप-समिति का सामूहिक आकलन प्रस्तुत करती है। इसमें भारतीय वित्तीय प्रणाली की स्थिरता के समक्ष वर्तमान और उभरते जोखिमों को उजागर किया जाता है।

रिपोर्ट के मुख्य बिंदुओं पर एक नजर:

  • लचीली भारतीय अर्थव्यवस्था: 2024-25 में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 6.6% की दर से वृद्धि होने का अनुमान है। इसमें ग्रामीण उपभोग, सरकारी व्यय और सेवा के निर्यात में बढ़ोतरी से सहायता मिलेगी। 
  • सरकारी वित्त: केंद्र सरकार का ऋण-GDP अनुपात महामारी (2020-21) के दौरान 62.7% के उच्चतम स्तर पर था। इसके 2024-25 तक घटकर 56.8% हो जाने की उम्मीद है।
    • राज्यों की बकाया देनदारियां 31% से घटकर 28.8% हो जाने का अनुमान है।
  • स्थिर वित्तीय प्रणाली: अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (SCBs) की मजबूती में वृद्धि हुई है। ऐसा बेहतर लाभप्रदता, घटती गैर-निष्पादित परिसम्पतियों (NPAs) और पर्याप्त पूंजी व चलनिधि बफर के कारण संभव हुआ है।

वित्तीय स्थिरता एवं विकास परिषद (FSDC) के बारे में

  • उत्पत्ति: यह गैर-सांविधिक निकाय है। इसे सरकार द्वारा 2010 में शीर्ष स्तरीय मंच के रूप में स्थापित किया गया था।
  • अध्यक्ष: केंद्रीय वित्त मंत्री। 
  • सदस्य: वित्तीय क्षेत्रक के विनियामकों (RBI, SEBI, PFRDA, IRDA और FMC) के प्रमुख, वित्त सचिव, आदि। 2018 में, FSDC को पुनर्गठित किया गया था तथा इसमें और अधिक सदस्य जोड़े गए थे।
  • कार्य: यह वित्तीय स्थिरता, वित्तीय क्षेत्रक के विकास और परस्पर विनियामकीय समन्वय जैसे मुद्दों से संबंधित कार्यों को देखती है।

 

 

  • Tags :
  • भारतीय रिज़र्व बैंक
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  • FSDC
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