ब्रिक्स (BRICS)
इंडोनेशिया को विकासशील अर्थव्यवस्थाओं वाले ब्रिक्स समूह के पूर्ण सदस्य के रूप में शामिल कर लिया गया है। इसकी घोषणा ब्रिक्स समूह के अध्यक्ष देश ब्राजील ने की है।
- इंडोनेशिया दक्षिण-पूर्व एशिया में सबसे अधिक जनसंख्या और सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है।
ब्रिक्स के बारे में
- उत्पत्ति: ब्रिटिश अर्थशास्त्री जिम ओ' नील ने 2001 में 'ब्रिक्स' (BRICs) का संक्षिप्त नाम गढ़ा था, जो ब्राजील, रूस, भारत और चीन की उभरती अर्थव्यवस्थाओं का प्रतिनिधित्व करता है।
- ब्रिक्स का गठन 2009 में ब्राजील, रूस, भारत और चीन द्वारा किया गया था। दक्षिण अफ्रीका 2010 में इसमें शामिल हुआ था।
- मिस्र, इथियोपिया, ईरान, संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब भी ब्रिक्स में शामिल हो गए हैं।
- उद्देश्य: वैश्विक शासन व्यवस्था से संबंधित संस्थाओं में सुधार लाना तथा दक्षिण-दक्षिण सहयोग को मजबूत बनाने में सकारात्मक योगदान देना।
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किफायती LED द्वारा उन्नत ज्योति (उजाला/ UJALA)
विद्युत मंत्रालय द्वारा शुरू की गई उजाला योजना के 10 वर्ष पूरे हुए। इसका नाम पहले घरेलू दक्ष प्रकाश कार्यक्रम (DELP) था।
- उद्देश्य: घरों में किफायती ऊर्जा-दक्ष LED बल्ब, ट्यूबलाइट और पंखे उपलब्ध कराकर आवासीय स्तर पर ऊर्जा दक्षता को बढ़ावा देना।
- कार्यान्वयन: विद्युत मंत्रालय के अधीन डिस्कॉम और ऊर्जा दक्षता सेवा लिमिटेड (EESL)।
- यह विश्व का सबसे बड़ा शून्य-सब्सिडी घरेलू प्रकाश कार्यक्रम है।
- मुख्य परिणाम:
- प्रति वर्ष लागत बचत: 19,153 करोड़ रुपये।
- CO2 उत्सर्जन में कमी: लगभग 3.87 करोड़ टन।
- प्रति वर्ष ऊर्जा बचत: 47,883 मिलियन kWh.
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बनिहाल बाईपास
बनिहाल बाईपास का निर्माण पूरा हो चुका है।
बनिहाल दर्रे के बारे में
- यह दर्रा जम्मू और कश्मीर में NH-44 के 2.35 किमी लम्बे सड़क खंड का हिस्सा है।
- NH-44 भारत का सबसे लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग है। इसे पहले NH-7 के नाम से भी जाना जाता था।
- यह राजमार्ग 3,745 किलोमीटर लंबा है और जम्मू-कश्मीर के उत्तरी छोर पर स्थित श्रीनगर को भारत के सुदूर दक्षिणी छोर पर स्थित कन्याकुमारी से जोड़ता है।
- यह बाईपास सुरक्षा बलों के लिए तेज और सुगम आवागमन को सुनिश्चित करेगा। यह खरपोरा, बनिहाल और नवयुग सुरंग के बीच यात्रा का समय घटाकर मात्र 7 मिनट कर देगा।
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टाइडल टेल
NGC 3785 आकाशगंगा की टाइडल टेल (Tidal Tail) के अंत में एक नवीन आकाशगंगा का निर्माण देखा गया है।
- NGC 3785 आकाशगंगा को अब तक खोजी गई सबसे लम्बी टाइडल टेल के लिए जाना जाता है।
टाइडल टेल के बारे में
- यह दो आकाशगंगाओं के निकट संपर्क या विलय प्रक्रिया के दौरान गुरुत्वीय बलों ("ज्वारीय बलों") के कारण बनती है। इस प्रक्रिया में आकाशगंगाएं एक-दूसरे से मैटर को अपनी ओर खींचती हैं।
- यह तारों और गैसों से बनी अत्यंत विशाल लहर के रूप में होती है।
- यह अल्ट्रा-डिफ्यूज आकाशगंगाओं के निर्माण को समझने का अवसर प्रदान करती है। अल्ट्रा-डिफ्यूज आकाशगंगाओं की चमक बहुत कम होती है।
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क्रॉप्स (CROPS) एक्सपेरिमेंट
इसरो द्वारा PSLV-C60 के क्रॉप्स (CROPS) एक्सपेरिमेंट के तहत अंतरिक्ष में भेजे गए लोबिया (Cowpea) के बीज चार दिन के भीतर अंकुरित हो गए हैं।
- यह अंतरिक्ष में इसरो का पहला जैविक प्रयोग है। यह CROPS (कॉम्पैक्ट रीसर्च मॉड्यूल फॉर ऑर्बिटल प्लांट स्टडीज़) का हिस्सा है।
क्रॉप्स (CROPS) एक्सपेरिमेंट के बारे में
- यह एक स्वचालित प्लेटफॉर्म है, जिसे अंतरिक्ष के सूक्ष्मगुरुत्व (Microgravity) वातावरण में पौधों के जीवन को विकसित और बनाए रखने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- इसे विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र द्वारा विकसित किया गया है।
- यह उपलब्धि न केवल अंतरिक्ष में पौधे उगाने की इसरो की क्षमता को प्रदर्शित करती है, बल्कि भविष्य के दीर्घकालिक अंतरिक्ष मिशनों के लिए बहुमूल्य अंतर्दृष्टि भी प्रदान करती है।
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- PSLV-C60
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सेलेक्टिव साइलेंसिंग
कोलंबिया विश्वविद्यालय शोधकर्ताओं ने रोग के परिणामों पर सेलेक्टिव साइलेंसिंग के प्रभाव का खुलासा किया।
अध्ययन के बारे में
- शरीर की प्रत्येक कोशिका (शुक्राणु और अंडाणु को छोड़कर) में प्रत्येक जीन की दो प्रतियां होती हैं। एक प्रति माता और दूसरी प्रति पिता से प्राप्त होती है।
- हालांकि, कुछ कोशिकाएं कभी-कभी माता-पिता में से केवल एक की जीन प्रति को सक्रिय रखती हैं और दूसरी को निष्क्रिय (साइलेंस) कर देती हैं। इसे ही सेलेक्टिव साइलेंसिंग कहा जाता है।
- यहां 'साइलेंसिंग' का अर्थ है किसी विशिष्ट जीन के संदेश को अवरुद्ध करना।
- अध्ययन में इस बात की संभावना जताई गई है कि यह सेलेक्टिव साइलेंसिंग ही है जिसके कारण रोगों से जुड़े जीन वाले कुछ व्यक्ति उन रोगों के लक्षणों को प्रदर्शित नहीं करते हैं।
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- सेलेक्टिव साइलेंसिंग
संत नरहरि तीर्थ
विशाखापत्तनम के सिंहाचलम मंदिर में संत नरहरि तीर्थ की मूर्ति मिली है।
संत नरहरि तीर्थ के बारे में
- संत नरहरि तीर्थ 13वीं शताब्दी के प्रसिद्ध द्वैत वेदांत दार्शनिक, विद्वान और संत थे।
- ऐसी मान्यता है कि उनका जन्म चिकाकोलु नगर (वर्तमान श्रीकाकुलम, आंध्र प्रदेश) में हुआ था।
- वे मध्वाचार्य के शिष्य थे, जो द्वैत वेदांत दर्शन के प्रवर्तक थे।
- उन्होंने यक्षगान और बयालु आटा (खुले रंगमंच का नाटक) को वैष्णव भक्ति आंदोलन का हिस्सा बनाया था।
- तुंगभद्रा नदी के तट पर हम्पी में चक्रतीर्थ के निकट शिला के पास उनकी प्रतिष्ठा की स्थापना गई थी।
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- संत नरहरि तीर्थ
- सिंहाचलम मंदिर
विदेशी नागरिकों की आवाजाही पर प्रतिबंध
सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट किया कि यदि किसी विदेशी नागरिक पर आपराधिक आरोप हैं और उसकी उपस्थिति अनिवार्य है, तो उसे भारत छोड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
- विदेशियों विषयक अधिनियम, 1946 केंद्र सरकार को भारत में विदेशियों के आने, जाने और मौजूदगी को विनियमित करने का अधिकार प्रदान करता है। इस अधिनियम के तहत केंद्र सरकार के पास विदेशी नागरिक की गिरफ्तारी, नजरबंदी या कारावास के आदेश जारी करने की भी शक्ति है।
- विदेशियों के लिए आदेश (Foreigners Order), 1948 के तहत सिविल प्राधिकारियों की नियुक्ति और भारत से विदेशियों के जाने को विनियमित करने जैसे प्रावधानों की रूपरेखा शामिल है।
- यह आदेश स्पष्ट करता है कि यदि किसी आपराधिक आरोप में विदेशी नागरिक की उपस्थिति अनिवार्य है, तो उसे भारत से जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी या बिना अनुमति के वह भारत से नहीं जा सकेगा।
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- विदेशी नागरिकों की आवाजाही
- विदेशियों विषयक अधिनियम, 1946
- Foreigners Order
स्टील PLI 1.1
केंद्रीय इस्पात मंत्रालय ने विशेष इस्पात के लिए PLI (उत्पादन से संबंद्ध प्रोत्साहन) योजना के दूसरे चरण का शुभारंभ किया है। इस चरण का नाम PLI योजना 1.1 है।
PLI योजना 1.1 के बारे में
- उद्देश्य: मूल्य वर्धित इस्पात ग्रेड के विनिर्माण को बढ़ावा देना, भारतीय उद्योग को प्रौद्योगिकी में परिपक्व होने और मूल्य श्रृंखला में आगे बढ़ने में सहायता प्रदान करना।
- कार्यान्वयन अवधि: वित्त वर्ष 2025-26 से वित्त वर्ष 2029-30 तक।
- इसमें कवर किए गए उत्पाद: PLI योजना 1.1 मौजूदा PLI योजना के अनुरूप पांच निम्नलिखित उत्पाद श्रेणियों को कवर करती है:
- लेपित / प्लेटेड स्टील उत्पाद,
- हाई स्ट्रेंथ स्टील,
- स्पेशिलिटी रेल्स,
- मिश्र धातु स्टील उत्पाद, तथा
- स्टील के तार और इलेक्ट्रिकल स्टील।
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- स्टील PLI 1.1
- उत्पादन से संबंद्ध प्रोत्साहन
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जैविक मत्स्य पालन
केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय ने सिक्किम के सोरेंग जिले में भारत के प्रथम जैविक मत्स्यपालन क्लस्टर का शुभारंभ किया।
- इसका उद्देश्य प्रधान मंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY) के तहत सिक्किम में जैविक मत्स्य पालन और जलीय कृषि का विकास करना है।
- PMMSY का उद्देश्य भारत में मत्स्य पालन क्षेत्रक का संधारणीय विकास सुनिश्चित करके नीली क्रांति को संभव बनाना है।
- PMMSY के तहत मत्स्य पालन क्षेत्रक की प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने, इकोनॉमी ऑफ स्केल को सुगम बनाने और उच्चतर आय सुनिश्चित करने के लिए क्लस्टर-आधारित दृष्टिकोण को अपनाने पर बल दिया जा रहा है ।
- जैविक मत्स्य पालन के तहत हानिकारक रसायनों, एंटीबायोटिक्स और कीटनाशकों का उपयोग करने की बजाय पारिस्थितिक रूप से स्वस्थ मत्स्य पालन प्रणाली को अपनाया जाता है।
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- जैविक मत्स्य पालन
- प्रधान मंत्री मत्स्य संपदा योजना
- PMMSY
- नीली क्रांति