इनमें गोपालपुर औद्योगिक पार्क, काकीनाडा क्लस्टर, केरल ग्रीन हाइड्रोजन वैली, मुंद्रा क्लस्टर और मुंबई ग्रीन हाइड्रोजन क्लस्टर शामिल हैं।
- औद्योगिक क्लस्टर्स भौगोलिक रूप से कनेक्टेड क्षेत्र या हब होते हैं, जहां आपस में जुड़े हुए उद्योग, कंपनियां और संस्थान आर्थिक संवृद्धि को गति देने के लिए मिलकर सहयोग करते हैं।
- विश्व आर्थिक मंच (WEF) की एक रिपोर्ट के अनुसार, औद्योगिक क्लस्टर्स इकोनॉमी ऑफ स्केल, जोखिम साझाकरण और मांग को बेहतर रूप से प्रबंधित एवं संतुलित करने में मदद करते हैं। इसके अलावा, औद्योगिक क्लस्टर्स स्थानीय रूप से उपलब्ध संसाधनों, अवस्थिति और विविध उद्योगों की मौजूदगी के चलते अनोखे लाभ भी प्रदान करते हैं।
स्वच्छ ऊर्जा अवसंरचना विकास में बाधक चुनौतियां
- ग्रीन प्रीमियम का मुद्दा: उदाहरण के लिए 2023 में नवीकरणीय ऊर्जा से हरित अमोनिया की उत्पादन लागत, जीवाश्म ईंधन के माध्यम से उत्पादन की औसत लागत से लगभग तीन गुना अधिक थी।
- स्वच्छ ईंधन संबंधी मानकों, प्रमाणनों और नीतियों में तालमेल का अभाव: उदाहरण के लिए वैश्विक स्तर पर हाइड्रोजन और इसके डेरिवेटिव्स (जैसे अमोनिया) के लिए 34 प्रमाणन योजनाएं हैं।
- अन्य: इसमें मजबूत मांग की कमी, गवर्नेंस, डेटा प्रोटोकॉल और नियंत्रण में अंतराल आदि शामिल हैं।
स्वच्छ ऊर्जा अवसंरचना को बढ़ाने के लिए सिफारिशें

ट्रांजिशनिंग इंडस्ट्रियल क्लस्टर्स पहल क्या है?
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