केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री ने राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड का शुभारंभ किया | Current Affairs | Vision IAS
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केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री ने राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड का शुभारंभ किया

Posted 15 Jan 2025

12 min read

अक्टूबर 2023 में केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड की स्थापना को आधिकारिक रूप से अधिसूचित किया था।

राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड (NTB) के बारे में

  • मुख्यालय: निजामाबाद (तेलंगाना) निजामाबाद हल्दी का एक प्रमुख उत्पादक क्षेत्र है।
  • मंत्रालय: वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय। 
  • मुख्य सदस्य:
    • मुख्य विभाग और मंत्रालय: आयुष मंत्रालय; केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों, जैसे- औषध विभाग, कृषि और किसान कल्याण विभाग, वाणिज्य और उद्योग विभाग के प्रतिनिधि;
    • राज्य: रोटेशन के आधार पर राज्य सरकारों के वरिष्ठ अधिकारी तथा अन्य हितधारकों के प्रतिनिधि।
  • प्रकार: NTB एक कार्यकारी निकाय है, वैधानिक निकाय नहीं है।

वैश्विक हल्दी उद्योग में भारत का प्रभुत्व

  • भारत हल्दी का सबसे बड़ा उत्पादक, उपभोक्ता और निर्यातक है।
  • वैश्विक हल्दी उत्पादन में भारत की हिस्सेदारी 70% से अधिक है तथा वैश्विक हल्दी व्यापार में भारत की हिस्सेदारी 62% से अधिक है।
  • 2023-24 में भारत: 3.05 लाख हेक्टेयर में हल्दी की खेती की गई थी और लगभग 10 लाख टन से अधिक का उत्पादन हुआ था। 
  • हल्दी के सबसे बड़े उत्पादक राज्य: महाराष्ट्र, तेलंगाना, कर्नाटक और तमिलनाडु।
  • भारत में हल्दी की 30 से अधिक किस्में उगाई जाती हैं और इसे देश के 20 से अधिक राज्यों में उगाया जाता है।
  • GI (भौगोलिक संकेत) टैग प्राप्त हल्दी की मुख्य किस्में: इरोड हल्दी (तमिलनाडु), लाकाडोंग हल्दी (मेघालय) और कंधमाल हल्दी (ओडिशा)।
    • लाकाडोंग हल्दी उच्च करक्यूमिन सामग्री के लिए प्रसिद्ध है। 
  • लक्ष्य: पांच वर्षों में उत्पादन को दोगुना करके 20 लाख टन करना;
  • 2030 तक हल्दी का निर्यात 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है।

हल्दी (करकुमा लोंगा) के बारे में:

  • उपनाम: इसे ‘गोल्डन स्पाइस’ भी कहा जाता है। 
  • प्रकार: बारहमासी, प्रकंदयुक्त शाकीय पादप है। यह भारतीय उपमहाद्वीप और दक्षिण-पूर्व एशिया में पाया जाने वाला स्थानीय पादप है।
  • हल्दी का महत्त्व: इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट और डिटॉक्सिफाइंग गुण होते हैं। यह लिवर से विषाक्त पदार्थों को हटाने (Detoxify) में मदद करती है तथा इस प्रकार लिवर को स्वस्थ रखती है। 
  • उपयुक्त जलवायु परिस्थितियां: हल्दी निम्नलिखित परिस्थितियों में उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय जलवायु में उगती है:
    • तापमान: 20°C और 30°C के बीच। 
    • वर्षा: 1,500 से 2,500 मिमी प्रतिवर्ष।
    • मिट्टी: अच्छी जल निकासी वाली और कार्बनिक पदार्थों से भरपूर उपजाऊ मिट्टी।
    • ऊंचाई: समुद्र तल से 1,500 मीटर तक की ऊंचाई पर सबसे अच्छी तरह से बढ़ती है।
  • Tags :
  • राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड
  • हल्दी
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