भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की स्थापना के 150 वर्ष पूरे हुए | Current Affairs | Vision IAS
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    भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की स्थापना के 150 वर्ष पूरे हुए

    Posted 15 Jan 2025

    12 min read

    इस अवसर पर प्रधान मंत्री ने मिशन मौसम का उद्घाटन किया। इस मिशन को सितंबर 2024 में कैबिनेट से मंजूरी मिल चुकी थी।

    भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के बारे में

    • स्थापना: 1875 में स्थापित यह भारत की राष्ट्रीय मौसम विज्ञान सेवा है।
    • मंत्रालय: यह पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अधीन कार्य करता है।
    • मुख्यालय: इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है। इसके 6 क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र हैं। ये केंद्र मुंबई, चेन्नई, नई दिल्ली, कोलकाता, नागपुर और गुवाहाटी में स्थित हैं।
      • IMD, विश्व मौसम विज्ञान संगठन के 6 क्षेत्रीय विशिष्ट मौसम विज्ञान केंद्रों में से एक है।
    • IMD की भूमिका: यह मौसम और जलवायु पूर्वानुमान संबंधी महत्वपूर्ण सेवाएं प्रदान करता है। ये सेवाएं आपदा प्रबंधन, कृषि, विमानन और लोक सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

    IMD की कुछ प्रमुख उपलब्धियों पर एक नजर 

    • चक्रवात का पूर्वानुमान: इसके चलते चक्रवातों से होने वाली मौतों का आंकड़ा घटकर 2020-2024 में शून्य हो गया है। वर्ष 1999 में 10,000 लोगों की मृत्यु हुई थी। IMD से फैलिन (2013), हुदहुद (2014), फणी (2019) जैसे चक्रवातों का सफलतापूर्वक पूर्वानुमान जारी किया गया था।
      • न्यूमेरिकल वेदर प्रिडिक्शन: 2014 से IMD के पूर्वानुमान की सटीकता में 40% सुधार हुआ है।
    • IMD की लोक पहुंच और सेवाएं 
      • सभी के लिए अग्रिम चेतावनी: मौसम संबंधी चेतावनियां और पूर्वानुमान अब भारत की 90% से अधिक आबादी तक पहुंचते हैं।
      • 10-दिवसीय मौसम पूर्वानुमान: लोग किसी भी समय पिछले 10 दिनों और अगले 10 दिनों की मौसम संबंधी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
      • किसानों को लाभ: किसानों और पशुपालकों द्वारा मौसम से संबंधित सलाह का उपयोग पिछले दशक में 10% था, जो अब बढ़कर 50% से अधिक हो गया है।

    मिशन मौसम के बारे में

    • “मिशन मौसम” भारत के मौसम और जलवायु संबंधी विज्ञान, अनुसंधान एवं  सेवाओं को बेहतर बनाने वाली एक बहुआयामी पहल है।
    • मिशन मौसम की मुख्य विशेषताओं पर एक नजर: 
      • इसके तहत रडार व सैटेलाइट्स, विंड प्रोफाईलर्स, रेडियोमीटर, हाई परफॉर्मेंस कंप्यूटर (HPC) और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस / मशीन लर्निंग (AI/ ML) आधारित मॉडल्स के व्यापक नेटवर्क की स्थापना की जाएगी। इससे मौसम के बहुआयामी अवलोकन एवं पूर्वानुमान में सहायता मिलेगी।
      • भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (IITM) में 'क्लाउड-सिमुलेशन चैंबर' की स्थापना की जाएगी। इसका उपयोग क्लाउड सीडिंग जैसे मौसम संबंधी हस्तक्षेपों के परीक्षण के लिए किया जाएगा।
    • कार्यान्वयन मंत्रालय: पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय (MoES)।

     

     

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    • भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD)
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