ई-नाम (राष्ट्रीय कृषि बाजार) प्लेटफॉर्म में 10 नवीन कृषिगत उत्पाद शामिल किए गए | Current Affairs | Vision IAS
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    ई-नाम (राष्ट्रीय कृषि बाजार) प्लेटफॉर्म में 10 नवीन कृषिगत उत्पाद शामिल किए गए

    Posted 07 Feb 2025

    8 min read

    इन 10 नए उत्पादों को शामिल करने के साथ ही ई-नाम प्लेटफॉर्म पर उत्पादों की संख्या 231 तक पहुंच गई है। इन नए उत्पादों में चने का आटा, सूखी तुलसी की पत्तियां, ड्रैगन फ्रूट, आदि शामिल हैं। 

    • इस निर्णय से किसान उत्पादक संगठनों (FAOs) को मूल्य-वर्धित उत्पादों (जैसे- हींग, भुने हुए चने का आटा, आदि) के विपणन में भी मदद मिलेगी।

    ई-नाम (e-NAM) के बारे में

    • ई-नाम एक अखिल भारतीय इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग पोर्टल है, जो मौजूदा APMC मंडियों को आपस में जोड़ता है। साथ ही, कृषि उत्पादों के लिए एकीकृत राष्ट्रीय बाजार का निर्माण करता है।
    • लॉन्च: इसे 2016 में लॉन्च किया गया था। 
    • कार्यान्वयन एजेंसी: कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत लघु कृषक कृषि व्यापार संघ।
    • यह कोई समानांतर विपणन प्लेटफॉर्म नहीं है, बल्कि यह मौजूदा APMC मंडियों की भौतिक अवसंरचनाओं का उपयोग करता है।
      • कृषि उपज बाजार समितियां (Agricultural Produce Market Committees: APMCs): ये कृषि उपज बाजार विनियमन अधिनियम, 1963 के तहत बनाए गए राज्य APMC अधिनियमों द्वारा शासित होती हैं। ये अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग होती हैं।
    • APMC मंडियों को ई-नाम के साथ एकीकृत करने के लिए संबंधित राज्य को APMC अधिनियम में अग्रलिखित 3 सुधार करने होते हैं। ये हैं- सिंगल ट्रेडिंग लाइसेंस (एकीकृत); बाजार शुल्क का एकल बिंदु पर संग्रहण; तथा मूल्य निर्धारण के तरीके के रूप में ई-नीलामी/ ई-ट्रेडिंग।

    ई-नाम के लाभ

    • बाजार तक पहुंच में सुधार: यह क्रेताओं और विक्रेताओं के बीच सूचना संबंधी असंतुलन को दूर करता है।
    • रियल टाइम में मूल्य खोज: यह वास्तविक मांग और आपूर्ति के आधार पर होता है।
    • पारदर्शिता: उपज की गुणवत्ता के आधार पर नीलामी प्रक्रिया और समय पर ऑनलाइन भुगतान।
    • Tags :
    • APMC
    • ई-नाम
    • FAOs
    • e-NAM
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