एक दशक से भी अधिक समय में पहली बार भारत के कुल खाद्य तेल आयात में पाम ऑयल की हिस्सेदारी 30% से नीचे आ गई है।
- यह गिरावट मुख्य रूप से सोया तेल जैसे लागत प्रभावी विकल्पों की उपलब्धता के कारण आई है।
पाम ऑयल क्या है?
- पाम ऑयल, अफ्रीकी ऑयल पाम ट्री (एलेस गिनेंसिस/ Elaeis Guineensis) के फल से प्राप्त होता है।
- पाम ऑयल 2 प्रकार के होते हैं:
- क्रूड पाम ऑयल: यह फलों के गूदे से निकाला गया अर्क होता है। इसका उपयोग मुख्य रूप से खाना पकाने के लिए किया जाता है।
- पाम कर्नेल ऑयल: यह बीज से निकाला गया अर्क होता है। इसका उपयोग गैर-खाद्य प्रयोजनों (सौंदर्य प्रसाधन, फार्मास्यूटिकल्स आदि) के लिए किया जाता है।
- दोनों तेल रंगहीन, गंधहीन और अपेक्षाकृत स्वादहीन होते हैं।
- ऑयल पाम के वृक्ष मूल रूप से अफ्रीका महाद्वीप में पाए जाने वाले पादप हैं, किंतु वर्तमान में इंडोनेशिया और मलेशिया दुनिया के 85% पाम ऑयल की आपूर्ति करते हैं।
भारत में पाम ऑयल का उत्पादन
- भारत में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और केरल प्रमुख पाम ऑयल उत्पादक राज्य हैं। देश के कुल पाम ऑयल उत्पादन में इनकी हिस्सेदारी 98% से अधिक है।
- भारत दुनिया में पाम ऑयल का सबसे बड़ा आयातक है।
- भारत ने पाम ऑयल की खेती को बढ़ावा देने और खाद्य तेलों पर आयात बोझ को कम करने के लिए 2021 में राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन- ऑयल पाम (NMEO-OP) शुरू किया था।