कतर के अमीर, भारत की राजकीय यात्रा पर हैं। इस दौरान उन्होंने आपसी संबंधों को रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक ले जाने का फैसला किया है। इसके तहत व्यापार, ऊर्जा, निवेश, प्रौद्योगिकी, खाद्य सुरक्षा और दोनों देशों के लोगों के बीच संबंधों को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
- दोनों पक्षों ने पांच वर्षों में द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करके 28 बिलियन डॉलर करने का लक्ष्य भी रखा है।
यात्रा के अन्य मुख्य परिणाम:
- रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए दो समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए। इनमें दोहरे कराधान से बचाव और राजकोषीय अपवंचन (Evasion) की रोकथाम शामिल है।
- व्यापार और निवेश सहयोग को बढ़ावा देने के लिए कतर बिजनेसमैन एसोसिएशन और भारतीय उद्योग संघ (CII) के बीच तथा इन्वेस्ट कतर एवं इन्वेस्ट इंडिया के बीच अतिरिक्त समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
भारत कतर संबंध
- आर्थिक संबंध: 2023-24 में दोनों देशों के बीच 14.08 बिलियन अमेरिकी डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार हुआ था। इसमें भारत व्यापार घाटे में है।
- 2022-23 के आंकड़ों के अनुसार भारत कतर के शीर्ष तीन निर्यात गंतव्यों में से एक है और कतर के आयात के शीर्ष तीन स्रोतों में भी शामिल है।
- ऊर्जा संबंध: कतर, भारत का सबसे बड़ा LNG आपूर्तिकर्ता है। भारत के कुल LNG आयात के 40% से अधिक की आपूर्ति कतर से होती है।
- रक्षा संबंध: भारत-कतर रक्षा सहयोग समझौते को 2018 में पांच वर्षों के लिए बढ़ा दिया गया था।
- द्विपक्षीय अभ्यास: ज़ायर अल बहर (नौसेना)।
- भारत नियमित रूप से कतर में आयोजित होने वाले द्विवार्षिक दोहा अंतर्राष्ट्रीय समुद्री रक्षा प्रदर्शनी और सम्मेलन (DIMDEX) में भाग लेता है।
- सांस्कृतिक संबंध: कतर में सक्रिय भारतीय सांस्कृतिक केंद्र के साथ 2012 में किए गए सांस्कृतिक सहयोग समझौते के तहत नियमित आदान-प्रदान और गतिविधियां संपन्न की जाती हैं।
- लोगों के बीच संबंध: कतर में 830,000 से अधिक भारतीय निवास करते हैं। यह भारतीय समुदाय दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करता है।