यह रिपोर्ट एक रणनीतिक रोडमैप प्रस्तुत करती है, जो दर्शाती है कि भारत कैसे एक उच्च-आय वाले देश में परिवर्तित हो सकता है, और जिसका अनुमानित सकल घरेलू उत्पाद (GDP) 23–35 ट्रिलियन डॉलर होगा।
रिपोर्ट के मुख्य बिंदुओं पर एक नजर

- स्थिर GDP संवृद्धि: भारत को लगभग 8-10% की वार्षिक आर्थिक संवृद्धि प्राप्त करनी होगी। निर्यात-आधारित अर्थव्यवस्था, विविध कौशल वाले कार्यबल का निर्माण जैसे कई पहलुओं पर जोर देना होगा।
- कुछ क्षेत्रक पर बल: सेवाएं और विनिर्माण क्षेत्रक भारत की आर्थिक संवृद्धि को गति दे सकते हैं। ये क्षेत्रक 10% की संवृद्धि दर प्राप्त कर रहे हैं, जबकि कृषि क्षेत्रक की संवृद्धि दर लगभग 6% होगी।
- नवीकरणीय ऊर्जा: भारत में कुल ऊर्जा उत्पादन में नवीकरणीय ऊर्जा की हिस्सेदारी 2023 की 24% से बढ़कर 2047 तक 70% हो जाएगी।
आर्थिक संवृद्धि को गति देने वाले क्षेत्रक
- इलेक्ट्रॉनिक्स: निकट भविष्य में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित प्रोडक्ट सिमुलेशन और लंबी अवधि में क्वांटम कंप्यूटर व ब्रेन-इंस्पायर्ड न्यूरोमोर्फिक चिप्स के डिजाइन पर ध्यान देना होगा।
- ऊर्जा: मुख्य रूप से माइक्रोग्रिड, स्मॉल मॉड्यूलर रिएक्टर्स (SMRs) आदि में निवेश को बढ़ावा देना होगा।
- रसायन: AI-आधारित मॉलिक्यूलर डिज़ाइन और ग्राहकों की आवश्यकताओं के अनुसार अनुकूलित फॉर्मूलेशन पर ध्यान देना होगा।
- उदाहरण के लिए- चीन ने विनिर्माण संसाधनों को एकीकृत करके उन्हें रासायनिक पार्कों में संगठित किया है।
- ऑटोमोटिव: विद्युतीकरण, इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने को प्रोत्साहन और सॉलिड-स्टेट बैटरियों को अपनाने पर ध्यान देना होगा।
- सेवाएं: वित्त और बैंकिंग (ब्लॉकचेन आधारित लेन-देन); स्वास्थ्य-देखभाल (इमर्सिव टेली-प्रेजेंस ट्रीटमेंट) जैसे क्षेत्रकों पर जोर देना होगा।
रिपोर्ट में की गई मुख्य सिफारिशें
- सरकार के लिए सिफारिशें:
- निर्यात को बढ़ावा देने वाली अवसंरचनाओं के विकास को प्रोत्साहन देना चाहिए,
- आसियान, यूरोपीय संघ जैसे वैश्विक संगठनों के साथ भारत के हित वाले समझौते करने चाहिए।
- कॉर्पोरेट्स जगत के लिए सिफारिशें: नवीनतम तकनीक के साथ एकीकृत अवसंरचना विकसित करने में निवेश बढ़ाना चाहिए।
- उदाहरण के लिए- फैक्ट्री फ्लोर पर नवीनतम तकनीकी प्रणालियों को शामिल करना चाहिए, ताकि रियल टाइम आधारित डेटा प्राप्त किया जा सके।