यह योजना UPI पर्सन-टू-मर्चेंट (P2M) लेन-देन को कवर करेगी। इसे वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 1,500 करोड़ रुपये के अनुमानित परिव्यय के साथ लागू किया जाएगा।
योजना की मुख्य विशेषताएं
- प्रोत्साहन: छोटे व्यापारियों की श्रेणी से संबंधित 2,000 रुपये तक के लेन-देन के लिए प्रति लेन-देन मूल्य पर 0.15 प्रतिशत का प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा।
- प्रोत्साहन राशि का भुगतान प्राप्तकर्ता बैंक (व्यापारी के बैंक) को किया जाएगा और इसे जारीकर्ता बैंक (ग्राहक का बैंक), भुगतान सेवा प्रदाता बैंक तथा ऐप प्रदाताओं के साथ साझा किया जाएगा।
- उद्देश्य:
- स्वदेशी रूप से विकसित BHIM-UPI प्लेटफॉर्म को बढ़ावा देना।
- वित्त वर्ष 2024-25 में 20,000 करोड़ रुपये के कुल लेन-देन का लक्ष्य हासिल करना।
- फीचर फोन-आधारित (UPI 123PAY) और ऑफलाइन (UPI लाइट/ UPI UPI LiteX) भुगतान समाधान जैसे नवोन्मेषी उत्पादों को प्रोत्साहित करना। इससे देश के टियर-3 से टियर-6 शहरों तक, विशेष रूप से ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में UPI का विस्तार करने में मदद मिलेगी।
- मुख्य लाभ: छोटे व्यापारियों को बिना किसी अतिरिक्त लागत के UPI सेवाओं का लाभ उठाने में सक्षम बनाना।
- इससे पहले, 2020 में, BHIM-UPI लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए मर्चेंट डिस्काउंट रेट (MDR) को शून्य कर दिया गया था।
- MDR वह दर है, जिस पर व्यापारियों से डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, नेट बैंकिंग और डिजिटल वॉलेट के माध्यम से भुगतान स्वीकार करने पर शुल्क लिया जाता है।
- इससे पहले, 2020 में, BHIM-UPI लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए मर्चेंट डिस्काउंट रेट (MDR) को शून्य कर दिया गया था।
भारत इंटरफेस फॉर मनी (BHIM), 2016 के बारे में
- यह एक भुगतान ऐप है, जो यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) का उपयोग करके सरल, त्वरित एवं आसान लेन-देन को सक्षम बनाता है।
- UPI एक ऐसी प्रणाली है, जो कई बैंक खातों को एक ही मोबाइल एप्लिकेशन में सम्मिलित करने में सक्षम बनाती है। इसमें बैंक स्वेच्छा से भागीदार बनते हैं।
- इसे डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने के लिए भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने विकसित किया है।

संबंधित सुर्ख़ियांNPCI इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (NIPL)NIPL ने सिंगापुर स्थित भुगतान कंपनी के साथ साझेदारी की है, ताकि वैश्विक स्तर पर UPI की स्वीकार्यता बढ़ाई जा सके। NIPL के बारे में
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