भारत सरकार 2022 से विविध उपायों के माध्यम से पूरे देश में पशुधन स्वास्थ्य और रोग नियंत्रण कार्यक्रम (LHDCP) को लागू कर रही है। इस कार्यक्रम का प्राथमिक उद्देश्य पशु स्वास्थ्य के समक्ष जोखिम को कम करना है।
पशुधन स्वास्थ्य और रोग नियंत्रण कार्यक्रम (LHDCP) के बारे में
- उद्देश्य: प्राथमिक रूप से पशुधन एवं कुक्कुट प्रजातियों के विविध रोगों के लिए रोग-निरोधी टीकाकरण कार्यक्रमों के कार्यान्वयन के माध्यम से पशु स्वास्थ्य में सुधार करना।
- इसमें क्षमता निर्माण, रोग निगरानी और पशु चिकित्सा अवसंरचना को मजबूत करना शामिल है।
- इसमें तीन घटक शामिल हैं: राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम (NADCP), पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण (LH&DC) और पशु औषधि।
- पशु औषधि इस योजना में जोड़ा गया नया घटक है। इसका उद्देश्य पी.एम.-किसान समृद्धि केंद्र और सहकारी समितियों के नेटवर्क के माध्यम से जेनेरिक पशु चिकित्सा दवाओं की उपलब्धता में सुधार करना है।
- LH&DC के भी तीन उप-घटक हैं:
- गंभीर पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम (CADCP): किसानों को होने वाले नुकसान से बचाने के लिए दो गंभीर बीमारियों को नियंत्रित करने और उन्मूलन के लिए कवर करने का प्रस्ताव है। ये दो बीमारियां हैं- पेस्ट डेस पेटिट्स रूमिनेंट्स व स्वाइन फीवर।
- मौजूदा पशु चिकित्सा अस्पतालों और औषधालयों की स्थापना व सुदृढ़ीकरण- मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई (ESVHD-MVU): यह पशुधन स्वास्थ्य देखभाल की घर-घर पहुंच की सुविधा प्रदान करने में सहायता करता है।
- पशु रोगों के नियंत्रण के लिए राज्यों को सहायता (ASCAD): राज्य-प्राथमिकता वाले विदेशी, आकस्मिक और जूनोटिक पशु रोगों को लक्षित करना, जिसमें लम्पी स्किन डिजीज (LSD) भी शामिल है।
सरकार द्वारा पशुधन संवर्धन के लिए उठाए गए अन्य कदम
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