यात्रा के दौरान दोनों देशों ने बढ़ते द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने की पुष्टि की तथा व्यापार व रक्षा जैसे विविध क्षेत्रकों में सहयोग बढ़ाने पर भी सहमति व्यक्त की।
यात्रा के दौरान की गई महत्वपूर्ण वार्ताएं:
- मुक्त व्यापार समझौते (FTA) के लिए वार्ता का शुभारंभ: पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापार समझौते और डिजिटल भुगतान क्षेत्रक में सहयोग के शीघ्र कार्यान्वयन के लिए वार्ता की शुरुआत की गई।

- पेशेवरों और कुशल श्रमिकों के लिए आवागमन संबंधी व्यवस्था पर वार्ता का शुभारंभ: इसका उद्देश्य नवाचार, नई और उभरती प्रौद्योगिकियों के क्षेत्रकों में सहभागिता का समर्थन करना है।
- न्यूजीलैंड ने इंडो-पैसिफिक ओशन्स इनिशिएटिव (IPOI) और कोएलिशन फॉर डिजास्टर रेजिलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर (CDRI) में शामिल हुआ।
- भारत ने 2019 में 14वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (EAS) में IPOI को लॉन्च किया था। इसका उद्देश्य क्षेत्रीय सहयोग और समुद्री क्षेत्रक की सुरक्षा, स्थिरता एवं विकास पर ध्यान केंद्रित करना है।
- CDRI को भारत ने 2019 में संयुक्त राष्ट्र जलवायु कार्रवाई शिखर सम्मेलन में लॉन्च किया था। इसका उद्देश्य जलवायु और आपदा जोखिमों के प्रति नई व मौजूदा अवसंरचनात्मक प्रणालियों के लचीलेपन को बढ़ावा देना है।
- रक्षा अधिकृत आर्थिक संचालक- पारस्परिक मान्यता समझौते (AEO-MRA); वानिकी, शिक्षा, खेल, बागवानी जैसे क्षेत्रकों में सहयोग पर समझौते आदि पर हस्ताक्षर किए गए।
भारत न्यूजीलैंड संबंध
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