जॉर्ज VI आइस शेल्फ से हिमखंड के अलग होने के बाद अंटार्कटिका में समृद्ध गहरे समुद्री पारिस्थितिकी-तंत्र की खोज हुई | Current Affairs | Vision IAS
News Today Logo

जॉर्ज VI आइस शेल्फ से हिमखंड के अलग होने के बाद अंटार्कटिका में समृद्ध गहरे समुद्री पारिस्थितिकी-तंत्र की खोज हुई

Posted 24 Mar 2025

11 min read

यह खोज चैलेंजर 150 पहल के तहत की गई है। इस पहल को महासागर दशक कार्रवाई (2021-2030) के हिस्से के रूप में यूनेस्को/ अंतर-सरकारी महासागरीय विज्ञान आयोग (IOC) से समर्थन प्राप्त है।

इस खोज के मुख्य बिंदुओं पर एक नजर 

  • समृद्ध पारिस्थितिकी-तंत्र: 1,300 मीटर (मेसोपेलैजिक जोन या मध्य-वेलापवर्ती मंडल) की गहराई पर बड़े कोरल और स्पंज (Sponge) के साथ-साथ विविध जीवों से समृद्ध पारिस्थितिकी तंत्र मौजूद है। उदाहरण के लिए- आइसफिश और जायंट सी स्पाइडर्स।
    • ये पारिस्थितिकी-तंत्र सदियों से 150 मीटर मोटी बर्फ के नीचे अलग-थलग अपना अस्तित्व बनाए हुए हैं। साथ ही, ये समुद्री सतह से नितल की ओर जाने वाले सतही पोषक तत्वों से पूरी तरह कटे हुए थे, जो गहरे समुद्र में जीवन के लिए आवश्यक होते हैं।
  • खोजी गई नई प्रजातियां: जायंट सी स्पाइडर्स, ऑक्टोपस, जायंट फैंटम जेलीफ़िश (1 मीटर तक के आकार वाली), फूलदान के आकार का स्पंज (संभवतः सैकड़ों वर्ष पुराना) आदि।

गहरे समुद्र के पारिस्थितिकी-तंत्र के बारे में

  • परिभाषा: ये समुद्र में 200 मीटर से अधिक गहरे क्षेत्र या समुद्र नितल होते हैं। यहां तक प्रकाश नहीं पहुंच पाता है। इसलिए, इसे अप्रकाशी/ एफोटिक ज़ोन कहा जाता है। ये कुल समुद्री क्षेत्र का लगभग 90% हिस्सा हैं और इस प्रकार ये पृथ्वी के सबसे बडे बायोम भी हैं।
  • गहरे समुद्री पर्यावास और जैव विविधता संबंधी अनूठी विशेषताएं:
    • अत्यधिक विशाल सागर नितल मैदान: ये प्रकाश रहित और पंक युक्त समुद्र नितल होते हैं। यहां मौजूद प्रजातियां जीवित रहने के लिए समुद्री बर्फ पर निर्भर रहती हैं। उदाहरण के लिए- समुद्री खीरा।
      • समुद्री बर्फ (Marine Snow): ये कार्बनिक पदार्थ होते हैं, जो समुद्री सतह से नितल की को ओर गति करते हैं। ये गहरे समुद्र में रहने वाले जीवों के लिए आहार के रूप में काम करते हैं तथा कार्बन सीक्वेस्ट्रेशन में सहायता करते हैं।
    • हाइड्रोथर्मल वेंट: ये समुद्र नितल पर मौजूद छिद्र या दरार होते हैं, जिनसे गर्म व खनिज से समृद्ध पदार्थ निकलते रहते हैं। यहां पाई जाने वाली प्रजातियां जीवित रहने के लिए रसायन-संश्लेषक बैक्टीरिया पर निर्भर रहती हैं। उदाहरण के लिए- ट्यूबवर्म और येति क्रेब्स।
    • व्हेल फॉल्स: जब व्हेल का मृत शरीर समुद्र की गहराई में डूबता है, तो यह अस्थायी पारिस्थितिकी-तंत्र का निर्माण करता है। व्हेल का मृत शरीर अपमार्जकों के लिए आहार बन जाता है। उदाहरण के लिए: हैगफिश।

 

  • Tags :
  • जैव विविधता
  • अंटार्कटिका
  • गहरे समुद्री पारिस्थितिकी-तंत्र
  • जैव संदीप्ति
  • ऊर्ध्वाधर प्रवास
  • अंतर-सरकारी महासागरीय विज्ञान आयोग
Watch News Today
Subscribe for Premium Features