यह भूकंप पिछले दो वर्षों में सबसे शक्तिशाली था। यह भूकंप धरातल पर 10 किलोमीटर की गहराई पर उत्पन्न हुआ था। कम गहराई के कारण इसके तेज झटके महसूस किए गए, क्योंकि भूकंप के उद्गम केंद्र (भूकंप का उद्गम स्थल सतह के नीचे) से तरंगों के रूप में ऊर्जा धरातल पर जल्दी पहुंच जाती है।
- भूकंप का अधिकेंद्र (भूकंप उद्गम केंद्र के ठीक ऊपर की सतह) मांडले (म्यांमार) से लगभग 17 किलोमीटर दूर स्थित था।

भूकंप आने का क्या कारण था?
- स्ट्राइक-स्लिप फ़ॉल्ट (भ्रंश): यह भूकंप भारतीय और यूरेशियन प्लेटों के बीच "स्ट्राइक-स्लिप फ़ॉल्टिंग" (सागैंग फ़ॉल्ट) के कारण उत्पन्न हुआ था।
- सागैंग फ़ॉल्ट के बारे में
- अवस्थिति: यह उत्तर से दक्षिण दिशा की ओर म्यांमार से होकर गुजरता है तथा भारतीय एवं यूरेशियन प्लेटों के बीच सीमा बनाता है।
- विशेषता: यह विश्व के सबसे लंबे और सक्रिय स्ट्राइक-स्लिप फॉल्ट्स में से एक है। इसकी लंबाई 1,500 किमी है।
- विवर्तनिक गति: भारतीय प्लेट लगातार उत्तर की ओर यानी यूरेशियन प्लेट की तरफ खिसक रही है। इस वजह से सागैंग फ़ॉल्ट पर तनाव उत्पन्न हो रहा है।
फॉल्ट के बारे में
- परिभाषा: भूपर्पटी की शैलों में गहन दरारें ही भ्रंश (फॉल्ट) होती हैं। भ्रंश के दोनों तरफ शैलें विपरीत दिशा में गति करती हैं। जहां ऊपर के शैलखंड दबाव डालते हैं।
- इन फॉल्ट प्लेन्स के साथ होने वाली हलचल से संचित तनाव निकलता है, जिससे भूकंप आते हैं।
फॉल्ट (भ्रंश) और उसके प्रकार:
|