कोसी-मेची अंतर्राज्यीय लिंक परियोजना को “प्रधान मंत्री कृषि सिंचाई योजना- त्वरित सिंचाई लाभ कार्यक्रम (PMKSY-AIBP)” के तहत 2029 तक पूरा किया जाएगा। इस परियोजना के पूरा होने पर बिहार में परियोजना क्षेत्र में सिंचाई सुविधा का विस्तार होगा और बाढ़ से निपटने में भी मदद मिलेगी।
कोसी-मेची अंतर्राज्यीय लिंक परियोजना के बारे में
- इस परियोजना के तहत कोसी नदी के अतिरिक्त जल को बिहार में महानंदा नदी बेसिन तक पहुंचाया जाएगा।
- इसके तहत पूर्वी कोसी मुख्य नहर (EKMC) का पुनर्निर्माण किया जाएगा और फिर इस नहर का विस्तार मेची नदी तक किया जाएगा।
- पूर्वी कोसी मुख्य नहर, भारत और नेपाल की संयुक्त कोसी परियोजना (1954) का भाग है। कोसी नदी द्वारा बार-बार अपना अपवाह मार्ग बदलने की समस्या के समाधान के लिए इस नहर का निर्माण किया गया था।
प्रधान मंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY) के बारे में
- PMKSY सिंचाई की एक प्रमुख योजना है। यह योजना 2015-16 में शुरू की गई थी।
- इस योजना के निम्नलिखित उद्देश्य हैं:
- खेतों तक जल पहुंचाने की स्थिति में सुधार करना,
- अधिक कृषि योग्य क्षेत्र को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराना,
- खेतों में जल का प्रभावी तरीके से उपयोग सुनिश्चित करना (वाटर यूज एफिशिएंसी बढ़ाना),
- जल-संरक्षण की संधारणीय पद्धतियों को अपनाना, आदि।
- PMKSY के मुख्य घटक:
- केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय द्वारा कार्यान्वित घटक: त्वरित सिंचाई लाभ कार्यक्रम (AIBP) और हर खेत को पानी (HKKP)
- केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा कार्यान्वित घटक: वाटरशेड डेवलपमेंट (WD)
- प्रधान मंत्री कृषि सिंचाई योजना-त्वरित सिंचाई लाभ कार्यक्रम (PMKSY-AIBP) के बारे में:
- त्वरित सिंचाई लाभ कार्यक्रम (AIBP) को 1996-97 में शुरू किया गया था। इसे 2015-16 में प्रधान मंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY) में शामिल किया गया।
- योजना के उद्देश्य:
- इसका मुख्य उद्देश्य दीर्घकालिक सिंचाई निधि (Long Term Irrigation Fund) के तहत बड़ी और मध्यम सिंचाई परियोजनाओं को केंद्रीय सहायता प्रदान करना है। इसके लिए नाबार्ड से उधार लेने का प्रावधान किया गया है।
कोसी और मेची नदियों के बारे में
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