स्कारबोरो शोल (Scarborough Shoal) | Current Affairs | Vision IAS
News Today Logo

साथ ही खबरों में

Posted 21 Apr 2025

34 min read

स्कारबोरो शोल (Scarborough Shoal)

चीन ने दक्षिण चीन सागर (South China Sea) के विवादास्पद स्कारबोरो शोल जलक्षेत्र में फिलीपींस पर घुसपैठ करने का आरोप लगाया है। 

  • दक्षिण चीन सागर पश्चिमी प्रशांत महासागर का एक सीमांत सागर है। इसकी सीमाएं ब्रुनेई दारुस्सलाम, मलेशिया, इंडोनेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड, वियतनाम और चीन से लगती हैं।

स्कारबोरो शोल के बारे में

  • स्कारबोरो दक्षिण चीन सागर का सबसे बड़ा एटोल (प्रवाल द्वीप) है। यह फिलीपींस के पश्चिम में लगभग 220 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
  • यह फिलीपींस के अनन्य आर्थिक क्षेत्र (EEZ) में स्थित है। हालांकि, चीन का कहना है कि यह 13वीं सदी से ही उसके अधिकार क्षेत्र में रहा है। इसके लिए उसने एक काल्पनिक नाइन-डैश लाइन तैयार की है और इसके भीतर के सभी क्षेत्रों पर अपना दावा करता है।
  • दक्षिण चीन सागर में अन्य विवादित द्वीप हैं: पारासेल द्वीपसमूह और स्प्रैटली द्वीपसमूह।
  • Tags :
  • अनन्य आर्थिक क्षेत्र (EEZ)
  • दक्षिण चीन सागर
  • स्कारबोरो शोल जलक्षेत्र

एवोल्युशन्स (EVolutionS) कार्यक्रम

सरकार ने प्रोजेक्ट EVolutionS के तहत इलेक्ट्रिक वाहन स्टार्ट-अप्स को अनुदान प्रदान किया। 

EVolutionS कार्यक्रम के बारे में

  • EVolutionS से आशय है- ‘स्टार्ट-अप्स के नेतृत्व वाले इलेक्ट्रिक-वाहन समाधान’ (Electric Vehicle Solutions led by Startups) कार्यक्रम।
    • यह कार्यक्रम केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST) ने शुरू किया है।
  • इसका कार्यान्वयन केंद्रीय भारी उद्योग मंत्रालय (MHI) और भारतीय ऑटोमोटिव कंपोनेंट मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन (ACMA) के सहयोग से किया जा रहा है।
  • उद्देश्य: चुनिंदा स्टार्ट-अप्स को प्रायोगिक डेमोंस्ट्रेशन, परीक्षण, घटकों के सत्यापन और उद्योग जगत से जोड़ने में सहायता प्रदान करना, ताकि इलेक्ट्रिक वाहन उत्पादों को तेजी से बाजार में उपलब्ध कराया जा सके।
  • यह कार्यक्रम इलेक्ट्रिक दोपहिया, तिपहिया और चार-पहिया वाहनों (जैसे L5 श्रेणी, ई-रिक्शा और ई-कार्ट); ई-बसों एवं पब्लिक EV चार्जिंग अवसंरचना के लिए आवश्यक घटकों को कवर करता है।
  • जिन स्टार्ट-अप्स ने स्वदेशी सामग्रियों या घटकों के विकास में क्षमता प्रदर्शित की है, उन्हें 50 लाख रुपये की अनुदान सहायता मिलेगी। इसमें 30 लाख रुपये इक्विटी-आधारित योगदान के रूप में होंगे।
  • Tags :
  • EVolutionS
  • इलेक्ट्रिक वाहन स्टार्ट-अप्स

आर्यभट्ट सैटेलाइट

भारत के पहले सैटेलाइट ‘आर्यभट्ट’ ने प्रक्षेपण के 50 वर्ष पूरे किए।  

आर्यभट्ट सैटेलाइट के बारे में

  • इस सैटेलाइट का निर्माण इसरो (ISRO) ने एक्स-रे एस्ट्रोनॉमी, वायुमंडलीय विज्ञान (एरोनॉमिक्स), और सोलर-फिजिक्स में प्रयोग करने के लिए किया था।
  • इस सैटेलाइट का नाम प्राचीन भारतीय गणितज्ञ और खगोलशास्त्री आर्यभट्ट के नाम पर रखा गया है।
  • इसे 1975 में सोवियत संघ के कोस्मोस-3M रॉकेट से वोल्गोग्राड प्रक्षेपण केंद्र (वर्तमान रूस) से प्रक्षेपित किया गया था।
  • इसने भारत को अंतरिक्ष की कक्षा में सैटेलाइट भेजने वाला विश्व का 11वां देश बना दिया था।
  • Tags :
  • इसरो
  • आर्यभट्ट सैटेलाइट
  • वोल्गोग्राड प्रक्षेपण केंद्र

ब्रह्मोस मिसाइल

भारत ने ब्रह्मोस मिसाइल प्रणाली की दूसरी खेप फिलीपींस को सौंपी। 

ब्रह्मोस मिसाइल के बारे में

  • यह भारत और रूस द्वारा संयुक्त रूप से विकसित की गई मिसाइल है।
  • यह लंबी दूरी की सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है। इसे भूमि, समुद्र और वायु से लॉन्च किया जा सकता है।
  • दो स्टेज वाली प्रणाली:
    • मिसाइल का पहला स्टेज (ठोस ईंधन बूस्टर): यह स्टेज शुरुआती सुपरसोनिक गति प्रदान करता है।
    • दूसरा स्टेज (लिक्विड रैमजेट): यह क्रूज़ चरण में मिसाइल को लगभग 3 मैक गति तक ले जाता है।
  • रेंज: 290 किलोमीटर तक मार कर सकती है।
  • विशेष क्षमताएं:
    • “फायर एंड फॉरगेट” तकनीक से युक्त;
    • उड़ान भरने में कम समय लगने के कारण लक्ष्य को तेजी से और कम समय में निशाना बनाने में सक्षम,
    • अत्यंत सटीक हमला (पिन-पॉइंट एक्यूरेसी)।
  • Tags :
  • ब्रह्मोस मिसाइल
  • क्रूज मिसाइल
  • सुपरसोनिक

कॉम्प्रिहेंसिव रिमोट सेंसिंग ऑब्ज़र्वेशन ऑन क्रॉप प्रोग्रेस (CROP)

इसरो के सैटेलाइट CROP ने भारत में गेहूं की फसल के रकबा क्षेत्र और उत्पादन का आकलन किया। 

  • CROP प्रणाली के अनुसार, भारत के 8 प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों में कुल गेहूं उत्पादन 122.724 मिलियन टन अनुमानित है (31 मार्च, 2025 की स्थिति)।

CROP के बारे में

  • यह एक अर्ध-स्वचालित और स्केलेबल फ्रेमवर्क है। इसे इसरो के नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर (NRSC) द्वारा विकसित किया गया है।
  • यह देश में रबी सीजन के दौरान फसलों की बुवाई और कटाई की लगभग रियल टाइम आधार पर निगरानी की सुविधा प्रदान करता है।
  • इसने 2024-25 के रबी सीजन के लिए EOS-04 (RISAT-1A), EOS-06 (ओशनसैट-3) और रिसोर्ससैट-2A सैटेलाइट्स से प्राप्त ऑप्टिकल एवं सिंथेटिक एपर्चर रडार (SAR) रिमोट सेंसिंग डेटा का उपयोग किया है। 
  • Tags :
  • ISRO
  • CROP
  • फसल पूर्वानुमान

अभ्यास डेजर्ट फ्लैग-10

भारतीय वायु सेना अभ्यास डेजर्ट फ्लैग-10 में भाग ले रही है।

  • यह एक प्रमुख बहुराष्ट्रीय वायु युद्ध अभ्यास है। इसका आयोजन संयुक्त अरब अमीरात (UAE) द्वारा किया जा रहा है। 
  • Tags :
  • अभ्यास डेजर्ट फ्लैग-10
  • भारत - संयुक्त अरब अमीरात (UAE)

भारत में ट्रेडमार्क प्राप्त भवन

हैदराबाद (तेलंगाना) में उस्मानिया विश्वविद्यालय (OU) का आर्ट्स कॉलेज भवन, अपने बाहरी डिजाइन के लिए ट्रेडमार्क प्राप्त करने वाला भारत का तीसरा भवन बन गया है।

  • इसके पहले दो भवन ताज महल पैलेस होटल और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज है।

ट्रेडमार्किंग के लाभ

  • यह उस्मानिया विश्वविद्यालय को वाणिज्यिक उद्देश्यों के लिए भवन की छवि का इस्तेमाल करने और इसके डिजाइन की अनधिकृत नकल को रोकने के संबंध में अनन्य अधिकार देता है।
  • यह ट्रेडमार्क भवन की अनोखी स्थापत्य पहचान को संरक्षित करने में मदद करता है।

भवन की स्थापत्य कला का महत्त्व

  • दिसंबर 1939 में निर्मित, यह भवन उस्मान शाही स्थापत्य कला शैली का प्रतीक है।
    • यह शैली कुतुब शाही और मुगल स्थापत्य कला का मिश्रण है। इस पर काकतीय मंदिरों, अजंता और एलोरा की गुफाओं का प्रभाव भी दिखाई देता है।
  • यह भवन निज़ाम-युग की अन्य इमारतों से अलग है, क्योंकि इसमें गुंबद नहीं है, जो उस दौर की इमारतों में आमतौर पर होता था।
  • Tags :
  • ट्रेडमार्किंग
  • उस्मानिया विश्वविद्यालय
  • उस्मान शाही स्थापत्य कला
  • निज़ाम

कोकबोरोक

कोकबोरोक साहित्य परिषद ने कोकबोरोक भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग की।

कोकबोरोक भाषा के बारे में:

  • "कोकबोरोक" शब्द की उत्पत्ति दो शब्दों से हुई है। इसमें "कोक" का अर्थ है "मौखिक" और "बोरोक" का अर्थ है "लोग" या "मानव"।
  • यह बोरोक समुदाय की भाषा है, जिसे भौगोलिक रूप से त्रिपुरी के रूप में जाना जाता है।
  • यह देबबर्मा (त्रिपुरी) रियांग, जमातिया, नोआतिया, कलाई, रूपिनी, मुरासिंग, उचोई आदि समुदायों की मातृभाषा है।
  • इसे त्रिपुरा की राजकीय भाषाओं में से एक के रूप में मान्यता प्राप्त है।
  • यह चीनी-तिब्बती भाषा परिवार का हिस्सा है।
  • इसे यूनेस्को एटलस ऑफ़ द वर्ल्ड्स लैंग्वेजेज इन डेंजर द्वारा वल्नरेबल भाषा के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
  • Tags :
  • आठवीं अनुसूची
  • कोकबोरोक
  • त्रिपुरी
Watch News Today
Subscribe for Premium Features