यूनेस्को ग्लोबल जियोपार्क (UGGP) की 10वीं वर्षगांठ के अवसर पर यूनेस्को ने 11 देशों के 16 नए स्थलों को ग्लोबल जियोपार्क नेटवर्क (GGN) में शामिल किया है।
- ग्लोबल जियोपार्क नेटवर्क यूनेस्को के तहत स्थापित एक गैर-लाभकारी अंतर्राष्ट्रीय संघ है।
- यह उन नैतिक मानकों की स्थापना करता है जिन्हें ग्लोबल जियोपार्क्स द्वारा अपनाया जाना चाहिए।
GGN में शामिल किए गए प्रमुख जियोपार्क्स
- कंबुला (चीन): यह किंघई-तिब्बत पठार के किनारे स्थित है। इसमें बेहतर तरीके से संरक्षित प्राचीन मैक्सिउ ज्वालामुखी और पीली नदी शामिल है।
- माउंट पैक्टू (उत्तर कोरिया): यह उस जगह स्थित है जहां लगभग 1000 ई. में मिलेनियम विस्फोट हुआ था। मिलेनियम विस्फोट अब तक रिकॉर्ड किए गए इतिहास में सबसे बड़े विस्फोटों में से एक है।
- उत्तरी रियाद (सऊदी अरब): तुवैक पर्वत के आधार पर स्थित ओबैथरान घाटी (वादी ओबैथरान) एक हरा-भरा भंडार है, जो स्थानीय जल संसाधनों के लिए महत्वपूर्ण।
- इस घाटी में प्राचीन प्रवाल भित्तियों के पारिस्थितिक तंत्र भी मौजूद हैं।
यूनेस्को ग्लोबल जियोपार्क (UGGP) के बारे में
- उत्पत्ति: इसकी शुरुआत 2015 में इंटरनेशनल जियोसाइंसेज़ एंड जियोपार्क्स प्रोग्राम (IGGP) के एक प्रमुख घटक के रूप में की गई थी।
- जियोपार्क्स: UGGPs ऐसे एकल व एकीकृत भौगोलिक क्षेत्र होते हैं, जहां अंतर्राष्ट्रीय भूवैज्ञानिक महत्त्व के परिदृश्यों को निम्नलिखित की समग्र अवधारणा के साथ प्रबंधित किया जाता है:
- संरक्षण,
- शिक्षा, और
- सतत विकास
- प्रबंधन: इनका प्रबंधन राष्ट्रीय कानून के तहत मान्यता प्राप्त किसी विधिक निकाय द्वारा किया जाता है।
- पुनर्मूल्यांकन अवधि: UGGP का दर्जा स्थायी नहीं होता, बल्कि प्रत्येक चार साल में इसका पुनर्मूल्यांकन किया जाता है।
- अनिवार्य नेटवर्किंग: UGGPs के लिए GGN की सदस्यता अनिवार्य है।
- वर्तमान स्थिति: वर्तमान में 50 देशों में 229 यूनेस्को ग्लोबल जियोपार्क्स हैं। भारत में एक भी यूनेस्को ग्लोबल जियोपार्क नहीं है।