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भारत में पहली बार 24 कैरेट सोने की कीमत 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई | Current Affairs | Vision IAS
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भारत में पहली बार 24 कैरेट सोने की कीमत 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई

Posted 23 Apr 2025

14 min read

कीमतों में उछाल लाने वाले प्रमुख वैश्विक कारक

  • भू-राजनीतिक तनाव: सोने को निवेश के दृष्टिकोण से एक सुरक्षित परिसंपत्ति के रूप में देखा जाता है। बढ़ते वैश्विक संघर्षों और आर्थिक अनिश्चितताओं ने निवेशकों को सोने में निवेश की ओर आकर्षित किया है।
  • यू.एस. फेडरल रिजर्व दर में कटौती: ब्याज दरें गिरने से सोने में निवेश का आकर्षण बढ़ जाता है। नकदी या बॉन्ड रखने की अवसर लागत कम होने पर सोना अधिक आकर्षक हो जाता है, क्योंकि सोना एक नॉन यील्डिंग एसेट है अर्थात यह एक ऐसी संपत्ति है, जिस पर ब्याज नहीं मिलता।
  • अमेरिकी डॉलर का कमजोर होना: डॉलर में गिरावट के कारण, सोने की कीमत अन्य मुद्राओं के मुकाबले सस्ती हो जाती है। इसका अर्थ है कि अन्य मुद्राओं का इस्तेमाल करने वाले खरीदारों के लिए सोना खरीदना सस्ता हो जाता है, जिससे सोने की मांग में वृद्धि होती है।
  • केंद्रीय बैंक संचय: विशेष रूप से एशिया में, केंद्रीय बैंक अमेरिकी डॉलर पर निर्भरता कम करने और अपने विदेशी मुद्रा भंडार में विविधता लाने के लिए आक्रामक तरीके से सोना खरीद रहे हैं। 

भारत का स्वर्ण बाजार

  • चीन के बाद भारत दुनिया में सोने का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है। 2024 में भारत की सोने की मांग 802.8 टन तक पहुंच गई थी।
  • भारत में लगभग 85% सोना आयात किया जाता है। इससे घरेलू कीमतें अंतर्राष्ट्रीय रुझानों के प्रति अत्यधिक संवेदनशील हो जाती हैं।

भारत में सोने की उच्च मांग के लिए जिम्मेदार कारक

  • वित्तीय सुरक्षा: सोने को विशेष रूप से मुद्रास्फीति या बाजार की अस्थिरता के दौरान मूल्य के दीर्घकालिक भंडार के रूप में विश्वसनीय माना जाता है।
  • सांस्कृतिक और धार्मिक महत्त्व: भारतीय संस्कृति में सोने को शुभ माना जाता है तथा दिवाली, धनतेरस एवं अक्षय तृतीया जैसे त्योहारों पर भारतीय लोगों द्वारा उत्साहपूर्वक इसे खरीदा जाता है।
  • शादियों के दौरान सोने की खरीदारी में तेजी: शादियों के दौरान सोने की खरीदारी बढ़ जाती है, क्योंकि दुल्हन के लिए आभूषण एक पारंपरिक और प्रतिष्ठित उपहार होता है।
  • तरल परिसंपत्ति: ग्रामीण इलाकों में बहुत से लोगों के पास बैंक/ शेयर बाजार तक पहुंच नहीं होती है। उनके लिए सोना बचत, निवेश या यहां तक कि उधार लेने के लिए एक भरोसेमंद और तरल परिसंपत्ति के रूप में काम आता है।  

स्वर्ण भंडार

भारत

  • स्वर्ण अयस्क: स्वर्ण अयस्क (प्राथमिक) के मामले में सबसे बड़े संसाधन बिहार (43%) में स्थित हैं। उसके बाद राजस्थान (24.92%) और कर्नाटक (20%) का स्थान है।
  • धातु सामग्री: धातु सामग्री के मामले में कर्नाटक शीर्ष पर है। उसके बाद राजस्थान, आंध्र प्रदेश और बिहार का स्थान है। 

विश्व

  • स्वर्ण भंडार के प्रमुख धारक: पहले स्थान पर संयुक्त राज्य अमेरिका है। उसके बाद जर्मनी और इटली का स्थान आता है।
  • प्रमुख निर्यातक: विश्व एकीकृत व्यापार समाधान, 2023 के आंकड़ों के अनुसार जर्मनी के बाद यूरोपीय संघ और स्विट्जरलैंड का स्थान है।
  • Tags :
  • स्वर्ण भंडार
  • सोने की कीमत
  • सोना
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