ये नियम चार ऊर्जा-गहन क्षेत्रकों (एल्यूमिनियम, सीमेंट, क्लोर-ऐल्कली, और लुगदी एवं पेपर) के लिए GEI लक्ष्य निर्धारित करते हैं। इससे उत्सर्जन में कटौती सुनिश्चित होगी।
- ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन तीव्रता (GEI) को आउटपुट या उत्पाद के संबंध में tCO2e या इसके बराबर अन्य ग्रीनहाउस गैस के आधार पर मापा जाता है।
मुख्य नियमों पर एक नजर
- GEI लक्ष्यों की गणना: इनकी गणना ऊर्जा दक्षता ब्यूरो की कार्यप्रणाली के अनुसार की जाएगी। अनुसूची में सूचीबद्ध प्रत्येक बाध्य संस्थाओं के लिए GEI लक्ष्य उनकी आधारभूत GEI के संबंध में अनुसूची के स्तंभ पांच के अनुसार होंगे।
- बाध्य संस्थाओं के लिए अनुपालन संबंधी अनिवार्यताएं: इन्हे कार्बन क्रेडिट ट्रेडिंग स्कीम, 2023 (बॉक्स देखें) के अनुसार वार्षिक रूप से GEI लक्ष्यों को पूरा करना होगा।
- लक्ष्य को हासिल करने में आई कमी को पूरा करने के लिए भारतीय कार्बन बाजार (ICM) से कार्बन क्रेडिट प्रमाण-पत्र भी खरीदे जा सकते हैं।
- पर्यावरणीय क्षतिपूर्ति: यदि नियमों का उल्लंघन होता है, तो केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) द्वारा मुआवजा आरोपित किया जाएगा। यह मुआवजा अनुपालन वर्ष में कार्बन क्रेडिट प्रमाण-पत्र की औसत कीमत का दो गुना होगा और 90 दिनों के भीतर भुगतान करना होगा।
- कानूनी आधार: गैर-अनुपालन या नियमों का उल्लंघन करने संबंधी मामलों को पर्यावरण संरक्षण अधिनियम, 1986 के तहत देखा जाएगा।

कार्बन क्रेडिट ट्रेडिंग स्कीम, 2023 के बारे में
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