सिमिलिपाल भारत का 107वां और ओडिशा का दूसरा नेशनल पार्क है। भितरकनिका, ओडिशा का पहला नेशनल पार्क है।
- गौरतलब है कि सिमिलिपाल टाइगर रिजर्व का कुल क्षेत्रफल 2,750 वर्ग किलोमीटर है। इसके 845.70 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को नेशनल पार्क के रूप में अधिसूचित किया गया है। इस तरह सिमिलिपाल ओडिशा का सबसे बड़ा नेशनल पार्क बन गया है। भितरकनिका का क्षेत्रफल इससे कम है।
सिमिलिपाल वन के बारे में
- अवस्थिति: सिमिलिपाल नेशनल पार्क ओडिशा के मयूरभंज जिले में छोटानागपुर क्षेत्र में स्थित है।
- बहने वाली मुख्य नदियां: बुद्धबलंगा, पलपला, बंदन, सालंदी, कहैरी और देव नदी।
- सिमिलिपाल को वन्यजीव अभयारण्य और प्रोजेक्ट टाइगर के तहत टाइगर रिजर्व के रूप में भी अधिसूचित किया गया है। साथ ही, इसे यूनेस्को के मैन एंड बायोस्फीयर प्रोग्राम के तहत 2009 में बायोस्फीयर रिजर्व भी घोषित किया गया था। यह मयूरभंज एलीफैंट रिजर्व का भी हिस्सा है।
नेशनल पार्क क्या होता है?

- परिचय: नेशनल पार्क एक ऐसा अधिसूचित क्षेत्र होता है, जिसे उसकी पारिस्थितिकीय तथा उसमें पाए जाने वाले जीव-जंतु, वनस्पति, स्थलाकृति या वन्य-जीवों की वैज्ञानिक महत्ता के कारण उसके वन्य-जीवों और पर्यावरण को सर्वोत्तम संरक्षण प्रदान किया जाता है।
- नेशनल पार्क किसी अभयारण्य के भीतर का संरक्षित क्षेत्र भी हो सकता है या जरूरी नहीं है कि वह कोई अभयारण्य हो ही।
- नेशनल पार्क के भीतर किसी भी प्रकार की मानवीय गतिविधि प्रतिबंधित होती है। हालांकि, राज्य के मुख्य वन्यजीव संरक्षक (Chief Wildlife Warden) द्वारा कुछ गतिविधियों की अनुमति दी जा सकती है।
- साथ ही, वन अधिकार अधिनियम, 2006 के तहत कुछ आदिवासी समूहों को नेशनल पार्क के भीतर रहने की अनुमति दी गई है।
- अधिसूचना: राज्य सरकारों द्वारा वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत नेशनल पार्क की अधिसूचना जारी की जाती है।
- हालांकि, एक बार अधिसूचित हो जाने के बाद, राज्य सरकार राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की सिफारिश के बिना नेशनल पार्क की सीमाओं में कोई परिवर्तन नहीं कर सकती।