हाल ही में बेसल, रॉटरडैम और स्टॉकहोम कन्वेंशंस (BRS COPs) के लिए पक्षकारों का सम्मेलन (CoPs) जिनेवा (स्विट्जरलैंड) में संपन्न हुआ।
- इस वर्ष के सम्मेलन की थीम थी “अदृश्य को दृश्य बनाएं: रसायनों और अपशिष्टों का अच्छा प्रबंधन”।
BRS CoPs के बारे में
- BRS CoPs हर दो साल में आयोजित किया जाता है। इसका उद्देश्य खतरनाक रसायनों और अपशिष्ट प्रबंधन पर वैश्विक कार्रवाई को आगे बढ़ाना है।
- भारत इन तीनों सम्मेलनों का एक पक्षकार है।
कन्वेंशंस के बारे में
- बेसल कन्वेंशन: यह खतरनाक अपशिष्ट की सीमा-पार आवाजाही और उनके निपटान पर नियंत्रण से संबंधित है।
- इसे 1989 में स्विट्जरलैंड में अपनाया गया था। यह 1992 में लागू हुआ था।
- इसका उद्देश्य खतरनाक अपशिष्ट की उत्पत्ति को कम करना और पर्यावरण की दृष्टि से उसके उचित प्रबंधन को बढ़ावा देना है।
- पर्यावरणीय सिद्धांतों के अनुरूप न होने वाली आवाजाही को प्रतिबंधित करते हुए अनुमेय सीमा-पार अपशिष्ट स्थानांतरण के लिए एक विनियामक प्रणाली स्थापित की गई है।
- रॉटरडैम कन्वेंशन: इसके माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में कुछ खतरनाक रसायनों और कीटनाशकों के लिए पूर्व सूचित सहमति प्रक्रिया स्थापित की गई।
- इसे 1998 में रॉटरडैम (नीदरलैंड) में अपनाया गया था। यह 2004 में लागू हुआ था।
- स्वास्थ्य और पर्यावरण की सुरक्षा के लिए खतरनाक रसायनों के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में साझा जिम्मेदारी एवं सहयोग को बढ़ावा देता है।
- स्टॉकहोम कन्वेंशन: यह दीर्घस्थायी कार्बनिक प्रदूषकों (POPs) से संबंधित है।
- इसे 2001 में स्टॉकहोम (स्वीडन) में अपनाया गया था। यह 2004 में लागू हुआ था।
- यह मानव स्वास्थ्य और पर्यावरण को POPs से बचाने के लिए एक वैश्विक संधि है।
- कन्वेंशन का उद्देश्य हैं: खतरनाक POPs (डर्टी डजंस) को खत्म करना; सुरक्षित विकल्पों की ओर बढ़ने का समर्थन करना; कार्रवाई के लिए अतिरिक्त POPs को लक्षित करना आदि।