यह टिप्पणी सुप्रीम कोर्ट द्वारा एक जमानत याचिका की सुनवाई के दौरान की गई है। साथ ही, सुप्रीम कोर्ट ने आभासी मुद्रा को विनियमित करने के लिए स्पष्ट व्यवस्था के अभाव को भी उजागर किया है।
क्रिप्टोकरेंसी और हवाला के बारे में
- क्रिप्टोकरेंसी: यह ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित डिजिटल मुद्रा का एक प्रकार है। इसके लिए विशिष्ट सॉफ्टवेयर कोड का उपयोग किया जाता है। उदाहरण के लिए- बिटकॉइन, एथेरियम, आदि।
- ब्लॉकचेन एक ओपन सोर्स डाटाबेस (सार्वजनिक बहीखाता) है। यह विकेन्द्रीकृत कंप्यूटर नेटवर्क/ इंटरनेट पर वितरित रहता है और पक्षों के बीच लेन-देन का स्थायी रिकॉर्ड रखता है।
- मुख्य विशेषताएं: यह सरकार/ केंद्रीय बैंक के विनियमन से परे संचालित होने वाली एक नॉन-फिएट मनी है और इसका कोई आंतरिक मूल्य भी नहीं होता है, आदि।
- हवाला: इसमें अनौपचारिक तरीकों का उपयोग करके सेवा प्रदाताओं (हवालादार) की मदद से धन को एक स्थान से दूसरे स्थान पर हस्तांतरित किया जाता है। इसमें लेन-देन की प्रकृति पर ध्यान नहीं दिया जाता।
- मुख्य विशेषताएं: यह संबंधित पक्षों के बीच विश्वास पर आधारित है। इसके तहत नकदी को एक स्थान से दूसरे स्थान पर नहीं भेजा जाता है, क्योंकि हवालादार आपस में ही अपनी उधारी को चुकता कर लेते हैं।
- हवाला और क्रिप्टोकरेंसी के बीच गठजोड़: ब्लॉकचेन में, नोड्स को हवालादार के रूप में देखा जा सकता है, जो आपसी विश्वास/ सहमति के माध्यम से नेटवर्क को बनाए रखते हैं।
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हवाला और क्रिप्टोकरेंसी के बीच बढ़ते गठजोड़ के लिए जिम्मेदार कारक
- पारंपरिक बैंकिंग प्रणाली के बाहर: दोनों ही अविनियमित हैं और आधिकारिक रूप से रिपोर्ट नहीं किए जाते हैं। इससे ये दोनों गैर-कानूनी गतिविधियों के लिए अधिक संवेदनशील हो जाते हैं।
- सस्ता: इन दोनों के मामले में कोई प्रोहिबिटिव कमीशन और मुद्रा विनिमय शुल्क नहीं लगता है।
- पारदर्शिता का अभाव: क्रिप्टोकरेंसी में लेन-देन सार्वजनिक खाताबही में गुमनाम रूप से दर्ज किया जाता है, जबकि हवाला में यह बिना किसी कागजी कार्रवाई के नकद में किया जाता है।
- विशिष्ट पासकोड/ एन्क्रिप्शन की: क्रिप्टोकरेंसी में एन्क्रिप्शन की का उपयोग किया जाता है, जबकि हवाला कारोबारी आपस में साझा किए गए पासकोड का उपयोग करते हैं।