SRS हर साल भारत के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में भारत के रजिस्ट्रार जनरल के कार्यालय द्वारा किया जाने वाला एक बड़ा जनसांख्यिकीय सर्वेक्षण है।
रिपोर्ट के मुख्य बिंदुओं पर एक नजर
- मातृ मृत्यु दर (MMR): यह 2014-16 के प्रति लाख जीवित जन्मों पर 130 से घटकर 2019-21 में 93 हो गई। (SDG 2030 का लक्ष्य 70 या उससे कम करना है)
- बाल मृत्यु दर
- नवजात मृत्यु दर (NMR): यह 2014 के 26 से घटकर 2021 में 19 हो गई है। (SDG 2030 का लक्ष्य 12 या उससे कम करना है)
- शिशु मृत्यु दर (IMR): यह 2014 के 39 से घटकर 2021 में 27 हो गई है।
- पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों की मृत्यु दर (U5MR): यह 2014 के 45 से घटकर 2021 में 31 हो गई। (SDG 2030 का लक्ष्य 25 या उससे कम करना है)
- जन्म के समय लिंगानुपात: यह 2014 के 899 से बढ़कर 2021 में 913 हो गया है।
- कुल प्रजनन दर (TFR): यह 2021 में 2.0 हो गई है। यह 2014 में 2.3 थी।
- बिहार में सबसे अधिक TFR 3.0 दर्ज की गई है।
- जन्म के समय जीवन प्रत्याशा: यह 2017-21 की अवधि के लिए 69.8 वर्ष हो गई है, जो 2016-20 से 0.2 वर्ष की गिरावट को दर्शाती है।
- पुरुषों के लिए जीवन प्रत्याशा 68.2 वर्ष तथा महिलाओं के लिए 71.6 वर्ष है।
- अन्य: 15-59 वर्ष के बीच आर्थिक रूप से सक्रिय आबादी का अनुपात 66.2% तक पहुंच गया है।
प्रमुख संकेतकों की परिभाषा
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