बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ (BBBP) योजना विकसित भारत 2047 के विज़न और महिला विकास से महिला के नेतृत्व वाले विकास की ओर वैश्विक बदलाव के अनुरूप है।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के बारे में

- मंत्रालय: यह महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय तथा शिक्षा मंत्रालय की संयुक्त पहल है।
- बाद में, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय और अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय भी इसमें भागीदार के रूप में शामिल हो गए थे।
- यह एक केंद्र प्रायोजित योजना है। इसे मिशन शक्ति की संबल योजना के अंतर्गत शामिल किया गया है।
- मिशन शक्ति का उद्देश्य मिशन मोड के तहत महिलाओं की रक्षा, सुरक्षा और सशक्तीकरण के लिए हस्तक्षेपों को मजबूत करना है।
- इसकी दो उप-योजनाएं हैं- 'संबल' और 'सामर्थ्य'।
- मिशन शक्ति का उद्देश्य मिशन मोड के तहत महिलाओं की रक्षा, सुरक्षा और सशक्तीकरण के लिए हस्तक्षेपों को मजबूत करना है।
- उद्देश्य:
- जन्म के समय लिंगानुपात (SRB) में प्रति वर्ष 2 अंकों का सुधार करना।
- संस्थागत प्रसव के प्रतिशत में सुधार करना तथा इसे 95% या उससे अधिक के स्तर पर बनाए रखना।
- प्रति वर्ष माध्यमिक शिक्षा स्तर के तहत नामांकन में 1% की वृद्धि करना तथा बालिकाओं/ महिलाओं का कौशल विकास करना।
- माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्तर पर लड़कियों द्वारा स्कूल छोड़ने की दर को रोकना।
- सेफ मेंस्ट्रुअल हाइजीन मैनेजमेंट (MHM) के बारे में जागरूकता बढ़ाना।
- उल्लेखनीय है कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) या पूंजीगत परिसंपत्ति के निर्माण का कोई प्रावधान नहीं है।