रिवर्स फ़्लिप | Current Affairs | Vision IAS
News Today Logo

साथ ही खबरों में

Posted 29 Jan 2025

34 min read

रिवर्स फ़्लिप

क्विक कॉमर्स यूनिकॉर्न ज़ेप्टो ने अपनी इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग  (IPO) जारी करने से पहले सिंगापुर से भारत में रिवर्स फ़्लिप पूरा कर लिया है।

रिवर्स फ़्लिप के बारे में

  • रिवर्स फ़्लिप वास्तव में किसी भारतीय द्वारा विदेश में स्थापित स्टार्ट-अप का मुख्यालय वापस भारत में लाना और उसे भारतीय स्टॉक एक्सचेंजों में सूचीबद्ध कराना है।
  • रिवर्स फ़्लिपिंग के लिए प्रेरक कारक: 
    • भारत की विशाल और संवृद्धि करती अर्थव्यवस्था का लाभ उठाने के लिए, 
    • मजबूत वेंचर कैपिटल से फंड जुटाने के लिए, 
    • भारत में अनुकूल कर व्यवस्था होना, 
    • बौद्धिक संपदा का बेहतर तरीके से संरक्षण होना, 
    • बड़ी संख्या में युवा और शिक्षित आबादी होना और 
    • अनुकूल सरकारी नीतियां लागू होना।
  • आर्थिक सर्वेक्षण 2022-23 में रिवर्स फ़्लिपिंग की प्रक्रिया को तेज करने के लिए निम्नलिखित उपाय सुझाए गए हैं: 
    • कर छूट की प्रक्रियाओं को सरल बनाया जाए, 
    • कर स्लैब को कम किया जाए, आदि।
  • Tags :
  • रिवर्स फ़्लिप
  • इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग
  • रिवर्स फ़्लिपिंग

नमदाफा टाइगर रिजर्व

एक दशक से अधिक समय के संरक्षण प्रयासों के बाद नमदाफा टाइगर रिजर्व में एक हाथी देखा गया है।

नमदाफा टाइगर रिजर्व के बारे में

  • अवस्थिति: यह भारत के सबसे पूर्वी भाग में स्थित टाइगर रिजर्व है। यह अरुणाचल प्रदेश के चांगलांग जिले में स्थित है।
  • नदी: नमदाफा नदी इस राष्ट्रीय उद्यान से होकर बहती है।
  • वनस्पति: सदाबहार वन, आर्द्र पर्णपाती वन, उपोष्णकटिबंधीय वन, समशीतोष्ण वन और अल्पाइन वन।
  • जीव-जंतु: यह भारत का एकमात्र रिजर्व है, जहां चार बड़ी बिल्ली (बिग कैट) प्रजातियां पाई जाती हैं। ये हैं- बाघ, तेंदुआ, क्लाउडेड लेपर्ड और हिम तेंदुआ।
  • पुष्पी पादप: पिनस मेरकुसी और एबी डेलावावी (केवल इसी रिजर्व में पाए जाते हैं), मिशमी तीता (कॉप्टी तीता) आदि।
  • Tags :
  • नमदाफा टाइगर रिजर्व
  • चांगलांग

लोअर-सोडियम साल्ट सब्स्टिट्यूट्स (LSSS)

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के पोषण और खाद्य सुरक्षा विभाग (NFS) ने ‘लोअर-सोडियम साल्ट सब्स्टिट्यूट्स’ के उपयोग पर अपना नया दिशा-निर्देश जारी किया।

लोअर-सोडियम साल्ट सब्स्टिट्यूट्स (LSSS) के बारे में

  • घटक: साधारण नमक की तुलना में इसमें सोडियम की मात्रा कम होती है। इसमें पोटैशियम क्लोराइड के साथ कुछ अन्य अभिकारक मिलाए जाते हैं या नहीं मिलाए जाते हैं। इससे यह साधारण नमक जैसा स्वाद देता है। 
  • लाभ: इससे सोडियम सेवन को 2 ग्राम प्रतिदिन से कम रखने में मदद मिलती है। यह ब्लड प्रेशर और हृदय से संबंधित बीमारियों (CVDs) जैसे गैर-संचारी रोगों के खतरों को कम करता है।
  • मुख्य चिंताएं: पोटैशियम युक्त LSSS हानिकारक हो सकता है, क्योंकि शरीर में ब्लड पोटैशियम (हाइपरकलेमिया) का बहुत अधिक स्तर, कमजोर किडनी फंक्शन वाले व्यक्तियों के लिए खतरा साबित हो सकता है।
  • Tags :
  • लोअर-सोडियम साल्ट सब्स्टिट्यूट्स
  • खाद्य सुरक्षा विभाग
  • CVDs

बाय पैटर्नल चूहा

वैज्ञानिकों ने दो नर पैरेंट्स से पहला वयस्क चूहा प्रयोगशाला में पैदा किया।

  • यह भ्रूण स्टेम सेल (ESC) में लक्षित इम्प्रिंटिंग जीन एडिट के माध्यम से संभव हुआ है।
    • ESC प्लूरिपोटेंट कोशिकाएं हैं। इनसे भ्रूण के सभी अंगों या उत्तकों का विकास होता है।
  • शोधकर्ताओं ने CRISPR, फ्रेमशिफ्ट म्यूटेशन, जीन विलोपन (Gene Deletion) और रेगुलेटरी रीजन एडिट जैसी अलग-अलग तकनीकों का उपयोग करके 20 इम्प्रिंटिंग जीन को लक्षित किया। इससे एकल लैंगिक (Unisexual) प्रजनन में आने वाली बाधाओं को दूर करने में मदद मिली।
  • यह शोध एकल लैंगिक स्तनधारी प्रजनन में बाधाओं को दूर करने और पुनर्योजी चिकित्सा (Regenerative medicine) में सुधार करने की क्षमता को प्रदर्शित करता है।
  • Tags :
  • बाय पैटर्नल चूहा
  • भ्रूण स्टेम सेल
  • प्लूरिपोटेंट कोशिकाएं

डीप सीक AI

चीन के डीप सीक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) मॉडल्स (डीप सीक-V3 और डीप सीक-R1) ने ChatGPT के समान क्षमता का  प्रदर्शन किया। इसने AI में पश्चिमी देशों के प्रभुत्व को चुनौती दी है। 

डीप सीक AI मॉडल के बारे में 

  • ये उन्नत ओपन सोर्स AI लैंग्वेज मॉडल हैं। ये लॉजिक, कोडिंग और गणितीय गणना में तुलनात्मक रूप से अधिक प्रभावी हैं। 
  • इनका उपयोग भी अधिक किफायती है। एक रिपोर्ट के अनुसार, डीप सीक-R1, OpenAI के मॉडल की तुलना में 20 से 50 गुना किफायती है। 
  • इसका विकास “जेवन्स विरोधाभास” (Jevons paradox)  की ओर ले जाता है। 
    • इस विरोधाभास के अनुसार जो तकनीकी प्रगति किसी संसाधन के उपयोग को अधिक किफायती या अधिक दक्ष बनाती है, अक्सर वह उस संसाधन की मांग में वृद्धि का कारण बनती है।
  • Tags :
  • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
  • डीप सीक AI
  • जेवन्स विरोधाभास

सिलिकॉन कार्बाइड

शोधकर्ताओं ने चंद्रमा की मिट्टी से सिलिकॉन कार्बाइड (सिमुलेटेड) निकाला है। इससे चंद्रमा पर आवास बनाने के लिए सिलिकॉन कार्बाइड आधारित मिश्रण निर्मित करने में मदद मिल सकती है। 

सिलिकॉन कार्बाइड (SiC) के बारे में 

  • इसे कार्बोरंडम के नाम से भी जाना जाता है। यह सिलिकॉन और कार्बन का कृत्रिम रूप से निर्मित अत्यंत कठोर क्रिस्टलीय यौगिक होता है।
  • गुणधर्म: इसमें उत्कृष्ट ताप-यांत्रिक विशेषताएं होती है। इन विशेषताओं में उच्च तापीय चालकता, उत्कृष्ट यांत्रिक गुण, क्षरण और ऑक्सीकरण के प्रति अत्यधिक प्रतिरोधकता आदि शामिल हैं।
  • उपयोग: इसका उपयोग अर्धचालक उपकरणों, मैकेनिकल सील, स्ट्रक्चरल सिरेमिक, हीट एक्सचेंजर्स, ऑप्टिकल मिरर, बैलिस्टिक आर्मर आदि के निर्माण में किया जाता है।
  • Tags :
  • सिलिकॉन कार्बाइड
  • SiC
  • कार्बोरंडम

F11 बैक्टीरिया

हाल ही में किए गए एक अध्ययन में F11 बैक्टीरिया (लैब्रिस पोर्टुकैलेंसिस) की खोज की गई है। यह कम-से-कम 3 प्रकार के ‘पर- एंड पॉलीफ्लुओरोएल्काइल सबस्टेंस’ (PFAS) को विघटित करता है।

F11 बैक्टीरिया के बारे में

  • यह ज़ैंथोबैक्टेरेसी परिवार का एक एरोबिक बैक्टीरिया है।
  • यह अपशिष्ट जल उपचार आदि में जैवसंवर्द्धन में सहायता कर सकता है। 
    • जैवसंवर्द्धन, उन सूक्ष्मजीवों को शामिल करने की प्रक्रिया है, जो प्रदूषित वातावरण में प्रदूषक अणुओं को जैव-निम्नीकृत कर सकते हैं। 

पर-एंड पॉलीफ्लुओरोएल्काइल सबस्टेंस (PFAS) के बारे में

  • PFAS ऐसे विषैले रसायन होते हैं, जो ग्रीस, तेल, पानी और गर्मी का प्रतिरोध करते हैं। ये लगभग अविनाशी प्रकृति के होते हैं। इसलिए, इन्हें ‘फॉरएवर केमिकल’ कहा जाता है। 
  • उपयोग: नॉनस्टिक कुकवेयर, ग्रीस-प्रतिरोधी खाद्य पैकेजिंग तथा जलरोधी एवं अग्निशमन वस्त्र आदि। 
  • Tags :
  • F11 बैक्टीरिया
  • PFAS
  • फॉरएवर केमिकल

नागोबा जात्रा

तेलंगाना के आदिलाबाद जिले में मेसराम कबीले के आदिवासी गोंडों के एक पवित्र तीर्थ आयोजन नागोबा जात्रा की शुरुआत हुई। 

  • महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा और मध्य प्रदेश के मेसराम कबीले के आदिवासी लोग इस त्यौहार पर प्रार्थना करते हैं। 
  • गोंड जनजाति के नर्तकों द्वारा प्रस्तुत गुसाड़ी नृत्य इस आयोजन का एक विशेष आकर्षण है।

गोंड जनजाति के बारे में

  • यह मध्य भारत में फैले लगभग चार मिलियन लोगों का समुदाय है। इनका 1400 वर्षों का इतिहास दर्ज है।
  • 'गोंड' शब्द द्रविड़ शब्द 'कोंड' से आया है, जिसका अर्थ है 'हरा पहाड़'।
  • Tags :
  • नागोबा जात्रा
  • आदिलाबाद
  • गोंड जनजाति
Watch News Today
Subscribe for Premium Features