सावित्रीबाई फुले (1831-1897)
हाल ही में प्रख्यात समाज सुधारक और शिक्षाविद् सावित्रीबाई फुले की जयंती (03 जनवरी) देशभर में मनाई गई।

सावित्रीबाई फुले के बारे में
- उनका जन्म महाराष्ट्र के सतारा जिले के नायगांव में हुआ था।
- वह पुणे में स्थापित देश के प्रथम बालिका विद्यालय की पहली प्रधानाध्यापिका थीं।
महत्वपूर्ण योगदान
- उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन शूद्रों और अति-शूद्रों को शिक्षित करने के प्रति समर्पित कर दिया था।
- 1873 में, उन्होंने अपने पति ज्योतिबा फुले के साथ मिलकर सत्यशोधक विवाह की प्रथा का आरंभ किया था। इस प्रथा में विवाह बिना दहेज या न्यूनतम खर्च पर संपन्न होता था।
- उन्होंने बाल विवाह का भी विरोध किया था और विधवा पुनर्विवाह का समर्थन किया था। सावित्रीबाई ने कई विधवा स्त्रियों का पुनर्विवाह भी कराया था।
- 1854 में उनका पहला कविता संग्रह काव्यफुले प्रकाशित हुआ था। इससे वह मराठी की पहली आधुनिक कवयित्री बन गई थीं।
मूल्य:
समतावाद, न्याय, दोषसिद्धि का साहस, आदि।