इंदौर और उदयपुर, वेटलैंड सिटी एक्रेडिटेशन (WCA) की वैश्विक सूची में शामिल होने वाले भारत के पहले दो शहर बन गए हैं। यह सूची आर्द्रभूमियों पर रामसर कन्वेंशन के तहत है।
- इंदौर: सिरपुर झील नामक रामसर साइट को जल पक्षियों की अधिक संख्या के लिए मान्यता दी गई है। इस साइट को “पक्षी अभयारण्य” के रूप में विकसित किया जा रहा है।
- उदयपुर: यह शहर पांच प्रमुख आर्द्रभूमियों- पिछोला, फतेहसागर, रंग सागर, स्वरूप सागर और दूध तलाई से घिरा हुआ है।
वेटलैंड सिटी एक्रेडिटेशन (WCA) के बारे में
- यह एक स्वैच्छिक मान्यता प्रणाली है। यह अपनी प्राकृतिक या मानव निर्मित आर्द्रभूमियों को महत्त्व देने वाले शहरों को अपने प्रयासों के लिए अंतर्राष्ट्रीय पहचान और सकारात्मक प्रचार प्राप्त करने का अवसर प्रदान करती है
- इसे उरुग्वे में रामसर कन्वेंशन (2015) के COP-12 में अनुमोदित किया गया था।
- यह मान्यता 6 वर्षों के लिए वैध होती है। इसे नवीनीकृत करने के लिए यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि शहर सभी 6 मानदंडों को पूरा करता रहे। (इन्फोग्राफिक देखिए)।

वेटलैंड सिटी एक्रेडिटेशन का महत्त्व
- यह शहरी और उप-शहरी आर्द्रभूमियों के संरक्षण एवं उनके विवेकपूर्ण उपयोग को बढ़ावा देता है। साथ ही, यह स्थानीय आबादी के लिए सतत सामाजिक-आर्थिक लाभ भी सुनिश्चित करता है।
- यह मान्यता आर्द्रभूमियों के पास स्थित शहरों, विशेष रूप से अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व की आर्द्रभूमियों के निकटस्थ और उन पर निर्भर शहरों को इन अमूल्य पारिस्थितिक-तंत्रों के साथ अपने सकारात्मक संबंधों को मजबूत करने के लिए प्रोत्साहित करती है।
- यह मान्यता केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (MoEF&CC) की अमृत धरोहर पहल के कार्यान्वयन में मदद करेगी।
रामसर कन्वेंशन के बारे में
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