इंडोनेशिया के राष्ट्रपति की भारत यात्रा के दौरान दोनों देशों ने समुद्री सुरक्षा, स्वास्थ्य, पारंपरिक चिकित्सा आदि के संबंध में समझौतों पर हस्ताक्षर किए। साथ ही, दोनों पक्ष रक्षा सहयोग और प्रौद्योगिकी साझाकरण के लिए फ्रेमवर्क समझौते की दिशा में काम कर रहे हैं। इसमें सतह-से-सतह पर मार करने वाली मिसाइलें, वायु रक्षा प्रणालियां और पनडुब्बी निर्माण प्रौद्योगिकी हस्तांतरण शामिल हैं।

- भारत ने आपदा प्रतिरोधी अवसंरचना गठबंधन (CDRI) में शीघ्र शामिल होने के इंडोनेशिया के फैसले का भी स्वागत किया।
- उल्लेखनीय है कि 1950 में भारत के प्रथम गणतंत्र दिवस पर इंडोनेशिया के राष्ट्रपति ही मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे।
भारत-इंडोनेशिया द्विपक्षीय संबंध
- राजनीतिक: दोनों देश बांडुंग सम्मेलन 1955 में शामिल हुए थे, जिसके परिणामस्वरूप गुटनिरपेक्ष आंदोलन (1961) की स्थापना हुई थी।
- व्यापार: वित्त वर्ष 2023-24 में दोनों देशों के बीच 29.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार हुआ था।
- सैन्य अभ्यास: समुद्र शक्ति अभ्यास, भारत-इंडोनेशिया समन्वित गश्ती (IND-INDO CORPAT) अभ्यास आदि।
भारत के लिए इंडोनेशिया का महत्त्व
- भू-आर्थिक: इंडोनेशिया, आसियान में भारत का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है।
- भारत, इंडोनेशिया से मुख्य रूप से कोयला, पाम ऑयल और रबड़ आयात करता है।
- भारत, इंडोनेशिया को मुख्य रूप से रिफाइंड पेट्रोलियम, दूरसंचार उपकरण और कृषि उत्पाद निर्यात करता है।
- भू-राजनीतिक: दोनों देश ब्रिक्स (BRICS), G-20, इंडियन ओशन रिम एसोसिएशन (IORA) और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन जैसे समूहों के सदस्य हैं।
- भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी और हिंद-प्रशांत महासागर पहल (IPOI) तथा इंडोनेशिया के ग्लोबल मैरीटाइम फलक्रम (Global Maritime Fulcrum) विज़न में परस्पर समन्वय है। यह समन्वय भू-राजनीतिक संलग्नता को बढ़ावा देता है।
- भू-रणनीतिक: इंडोनेशिया रणनीतिक रूप से हिंद और प्रशांत महासागरों के बीच स्थित है। इसलिए, यह भारत की सागर/ SAGAR (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा व विकास) पहल के लिए काफी महत्वपूर्ण हो जाता है।
- सबंग (Sabang) पत्तन तक पहुंच भारत के लिए मलक्का जलडमरूमध्य के माध्यम से सुरक्षित व्यापार को सुनिश्चित करेगी। साथ ही, हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के प्रभाव को संतुलित करने में भी मदद मिलेगी।
- सांस्कृतिक महत्त्व: इंडोनेशिया की संस्कृति पर हिंदू धर्म का गहरा प्रभाव है। इंडोनेशिया की कला और लोक कथाओं में रामायण एवं महाभारत की गहरी छाप देखने को मिलती है, जिसने दोनों देशों के लोगों के बीच सांस्कृतिक जुड़ाव को मजबूत बनाया है।