IOS सागर और ऐक्यम् (AIKEYME)
भारतीय नौसेना ने IOS सागर और ऐक्यम् (AIKEYME) नामक पहली पहल शुरू की है। इसका उद्देश्य हिंद महासागर क्षेत्र (IOR) में 'प्रेफर्ड सिक्योरिटी पार्टनर' और 'प्रथम प्रतिक्रियाकर्ता' के रूप में भारत की भूमिका को मजबूत करना है।
इंडियन ओसियन शिप (IOS) सागर के बारे में
- इसके तहत, INS सुनैना को दक्षिण-पश्चिम IOR में तैनात किया जा रहा है, जिसमें भारत और 9 मित्र देशों (कोमोरोस, केन्या, मेडागास्कर, मालदीव, मॉरीशस, मोजाम्बिक, सेशेल्स, श्रीलंका और दक्षिण अफ्रीका) के चालक दल शामिल होंगे।
अफ्रीका-भारत प्रमुख समुद्री सहभागिता (Africa India Key Maritime Engagement: AIKEYME) के बारे में
- यह अंतर-परिचालनात्मक क्षमता बढ़ाने के लिए अफ्रीकी देशों के साथ बहुपक्षीय समुद्री सैन्य अभ्यास है।
- इसका शीर्षक 'ऐक्यम् (AIKEYME)' है, जिसका संस्कृत में अर्थ 'एकता' होता है।
- भागीदारी: भारत, तंजानिया (सह-आयोजक के रूप में) तथा कोमोरोस, जिबूती, इरीट्रिया, केन्या, मेडागास्कर, मॉरीशस, मोजाम्बिक, सेशेल्स और दक्षिण अफ्रीका।
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- AIKEYME
- IOS सागर
वरुण सैन्य अभ्यास 2025
हाल ही में वरुण सैन्य अभ्यास 2025 संपन्न हुआ।
वरुण 2025 के बारे में
- यह भारत और फ्रांस की नौसेना के बीच द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास है।
- स्थान: अरब सागर।
- उद्देश्य: संयुक्त कौशल को बढ़ाना, नियम-आधारित समुद्री व्यवस्था के सिद्धांतों को कायम रखना, हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता को बढ़ावा देना आदि।
- इसमें फ्रांसीसी राफेल-M और भारतीय मिग-29K के बीच हवा-से-हवा युद्ध का मॉक अभ्यास किया गया।
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- वरुण सैन्य अभ्यास 2025
- भारत और फ्रांस
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डैले मिर्च
कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (APEDA) ने सिक्किम से सोलोमन द्वीप तक GI-टैग वाली डैले मिर्च की पहली खेप का सफलतापूर्वक निर्यात किया।
डैले मिर्च के बारे में
- इसे फायर बॉल मिर्च या डैले खुरसानी के नाम से भी जाना जाता है। यह अपने तीव्र तीखेपन, चमकीले लाल रंग और उच्च पोषण मूल्य के लिए प्रसिद्ध है।
- इसमें पोटेशियम के साथ-साथ विटामिन A, C और E भी भरपूर मात्रा में होता है।
- इसकी स्कोविल हीट यूनिट (SHU) 100,000 से 350,000 तक होती है, जो इसे सबसे तीखी मिर्चों में से एक बनाती है।
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- डैले मिर्च
- GI-टैग
- फायर बॉल मिर्च
- डैले खुरसानी
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क्रायोजेनिक संरक्षण पहल
पद्मजा नायडू हिमालयन प्राणी उद्यान (PNHZP) भारत का पहला चिड़ियाघर बन गया है, जो विशेष रूप से बर्फीले क्षेत्रों में पाए जाने वाले वन्यजीवों के DNA नमूनों को संरक्षित करेगा। यह पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले में स्थित है।
- DNA नमूनों का संरक्षण करना क्रायोजेनिक संरक्षण पहल का हिस्सा था। इसे PNHZP ने कोशिकीय और आणविक जीवविज्ञान केंद्र, हैदराबाद के सहयोग से शुरू किया था।
- इस पहल का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि यदि ये प्रजातियां विलुप्त हो जाती हैं, तो उनकी संरक्षित आनुवंशिक सामग्री से अनुसंधान और भविष्य में संरक्षण प्रयासों में मदद मिल सके।
पद्मजा नायडू हिमालयन प्राणी उद्यान (PNHZP) के बारे में
- यह भारत का सबसे अधिक ऊंचाई पर स्थित प्राणि उद्यान है।
- यह हिम तेंदुए और लाल पांडा के संरक्षण कार्यक्रमों के लिए प्रसिद्ध है।
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- क्रायोजेनिक संरक्षण पहल
- प्राणि उद्यान
DNA पॉलिमॉर्फिज़्म
फोरेंसिक और चिकित्सा में DNA पॉलीमोरफ़िज्म के कई उपयोग किए जा सकते हैं।
DNA पॉलिमॉर्फिज़्म के बारे में
- यह व्यक्तियों के मध्य DNA खंडों या जीन्स में भिन्नता को संदर्भित करता है।
- इसका पता लगाने वाली तकनीकें: रिस्ट्रिक्शन फ्रेगमेंट लेंथ पॉलिमॉर्फिज़्म (RFLP) और वेरिएबल नंबर ऑफ टेंडम रिपीट्स (VNTR) पॉलिमॉर्फिज़्म।
- DNA प्रोफाइल आमतौर पर DNA के उन हिस्सों में पॉलिमॉर्फिज़्म का उपयोग करके तैयार किया जाता है, जिन्हें शॉर्ट टेंडम रिपीट्स (STRs) कहा जाता है।
- STR वस्तुतः DNA पर क्षार-युग्मों का एक छोटा-सा क्रम है, जो रिपीट होता रहता है।
- उपयोग: आणविक एवं व्यक्तिगत चिकित्सा; फोरेंसिक DNA; DNA लिंकेज आधारित विश्लेषण; व्यक्ति की पहचान करने में आदि।
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- DNA पॉलिमॉर्फिज़्म
- पॉलीमोरफ़िज्म
- शॉर्ट टेंडम रिपीट्स
ब्लू फ्लैग
रुशिकोंडा बीच ने फिर से ब्लू फ्लैग टैग हासिल किया। ज्ञातव्य है कि खराब रखरखाव के कारण रुशिकोंडा से यह टैग वापस ले लिया गया था।
- विशाखापत्तनम का रुशिकोंडा बीच आंध्र प्रदेश का एकमात्र ब्लू फ्लैग बीच है। यह भारत के 13 ब्लू फ्लैग बीचों में शामिल है।
ब्लू फ्लैग टैग के बारे में
- किसे दिया जाता है: इसे समुद्र तटों, मरीनों (पत्तनों के निकट मनोरंजन गतिविधियों हेतु लघु जल क्षेत्र) और संधारणीय नौका विहार पर्यटन संचालकों को प्रदान किया जाता है। प्रत्येक श्रेणी के लिए अलग-अलग मानक होते हैं।
- कौन देता है: डेनमार्क स्थित एक गैर-सरकारी संगठन फाउंडेशन फॉर एनवायरनमेंटल एजुकेशन (FEE) द्वारा प्रतिवर्ष प्रदान किया जाता है।
- कैसे मिलता है: ब्लू फ्लैग टैग प्राप्त करने हेतु कठोर पर्यावरणीय, शैक्षिक, सुरक्षा और अभिगम्यता मानदंडों की एक श्रृंखला को पूर्ण करना तथा बनाए रखना आवश्यक है।
- Tags :
- ब्लू फ्लैग
- रुशिकोंडा बीच
- गैर-सरकारी संगठन फाउंडेशन फॉर एनवायरनमेंटल एजुकेशन (FEE)
राष्ट्रीय अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (NOTTO)
केंद्र सरकार ने अस्पतालों द्वारा राष्ट्रीय अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (NOTTO) को अंग प्रत्यारोपण गतिविधियों से संबंधित डेटा न देने पर गंभीर चिंता व्यक्त की।
NOTTO के बारे में
- यह राष्ट्रीय अंग प्रत्यारोपण कार्यक्रम (NOTP) को लागू करने और मानव अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण अधिनियम (THOTA), 1994 के तहत गतिविधियां संचालित करने के लिए शीर्ष संस्था है।
- इसे स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय के तहत स्थापित किया गया है।
- NOTTO देश में अंग दान और वितरण की एक सुव्यवस्थित प्रणाली प्रदान करता है। यह संगठन उन व्यक्तियों की राष्ट्रीय रजिस्ट्री का रखरखाव करता है, जिन्होंने अंग व उत्तक दान किए हैं और जिन्होंने उन्हें प्राप्त किया है।
- इसके निम्नलिखित दो प्रभाग हैं:
- नेशनल ह्यूमन ऑर्गन एंड टिश्यू रिमूवल एंड स्टोरेज नेटवर्क।
- नेशनल बायोमटेरियल सेंटर (नेशनल टिश्यू बैंक)।
- Tags :
- राष्ट्रीय अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (NOTTO)
- नेशनल बायोमटेरियल सेंटर
- मानव अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण अधिनियम (THOTA), 1994
- मानव अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण
ग्लोबल एनर्जी रिव्यू
अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी ने अपनी ‘ग्लोबल एनर्जी रिव्यू, 2025’ रिपोर्ट प्रकाशित की।
रिपोर्ट के मुख्य बिंदुओं पर एक नजर:
- 2024 में वैश्विक ऊर्जा की मांग में 2.2% की बढ़ोतरी हुई। इसमें 80% से अधिक योगदान उभरती और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का रहा।
- 2024 में वैश्विक विद्युत उत्पादन में हुई वृद्धि में 80% नवीकरणीय ऊर्जा और परमाणु ऊर्जा का योगदान रहा। ऐसा पहली बार है जब कुल विद्युत उत्पादन में इनका योगदान 40% से अधिक रहा।
- 2019 से सोलर पी.वी, पवन ऊर्जा, परमाणु ऊर्जा, इलेक्ट्रिक कार और हीट पम्पस का उपयोग करने से हर साल 2.6 बिलियन टन CO2 उत्सर्जन कम हुआ है, जो वैश्विक उत्सर्जन का 7% है।
- Tags :
- नवीकरणीय ऊर्जा
- परमाणु ऊर्जा
- अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी
- ग्लोबल एनर्जी रिव्यू
- ‘ग्लोबल एनर्जी रिव्यू, 2025