प्रधान मंत्री ने आंध्र प्रदेश की राजधानी अमरावती में 58,000 करोड़ रुपये की लागत वाली परियोजनाओं का उद्घाटन किया | Current Affairs | Vision IAS
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प्रधान मंत्री ने आंध्र प्रदेश की राजधानी अमरावती में 58,000 करोड़ रुपये की लागत वाली परियोजनाओं का उद्घाटन किया

Posted 03 May 2025

13 min read

प्रधान मंत्री ने अमरावती में राज्य विधान सभा, उच्च न्यायालय, सचिवालय सहित कई अवसंरचना परियोजनाओं की आधारशिला रखी।

  • उन्होंने आंध्र प्रदेश के नागयालंका में ‘नवदुर्गा परीक्षण रेंज’ की भी आधारशिला रखी। यहां से भविष्य में मिसाइलों का परीक्षण किया जाएगा। 

अमरावती के बारे में:

  • यह आंध्र प्रदेश की राजधानी है। 
  • अमरावती कृष्णा नदी के तट पर स्थित एक ग्रीनफील्ड शहर है यानी इसे नया बसाया गया है। यह शहर राज्य के गुंटूर जिले में स्थित है।
  • अमरावती को आंध्र प्रदेश की राजधानी बनाने की परियोजना की शुरुआत 2014 में हुई थी। 
    • गौरतलब है कि 2014 में आंध्र प्रदेश को विभाजित करके अलग राज्य के रूप में  तेलंगाना का गठन किया गया था।

अमरावती की बौद्ध विरासत:

  • अमरावती स्तूप: दूसरी शताब्दी ई.पू. का यह स्तूप भारत के प्राचीनतम बौद्ध स्मारकों में से एक है। अभिलेख में इसे ‘महाचैत्य’ (महान स्तूप) कहा गया है।
  • बुद्ध के उपदेशों का प्रसार: माना जाता है कि इसी स्थान पर गौतम बुद्ध ने "कालचक्र" (समय का चक्र) का प्रथम उपदेश दिया था।
  • आचार्य नागार्जुन का निवास स्थान: कहा जाता है कि आचार्य नागार्जुन यहीं के निवासी थे। वे माध्यमिक दर्शन (Madhyamika philosophy) के प्रवर्तक थे। 
    • यह दर्शन महायान बौद्ध धर्म का आधार है।
  • चीनी यात्री: चीनी यात्री ह्वेनसांग (602–664 ई.) ने सातवीं शताब्दी में भारत यात्रा के दौरान अमरावती की भी यात्रा की थी। यहां से उसने पवित्र ग्रंथ एकत्र किए थे।

अमरावती की अन्य ऐतिहासिक विरासतें 

  • अर्थ: अमरावती का अर्थ है- अनन्त का निवास। 
  • सातवाहन वंश की राजधानी: यह शहर प्रथम सदी के मध्य से तीसरी सदी के प्रारंभ तक सातवाहन राजवंश की राजधानी रहा था। 
  • श्री अमरालिंगेश्वर स्वामी मंदिर: यह भगवान शिव का मध्य काल का मंदिर है।
  • अमरावती कला शैली: अमरावती में एक स्वतंत्र कला शैली विकसित हुई, जो गांधार और मथुरा कला शैलियों के समकक्ष मानी जाती है।

अमरावती कला शैली की विशेषताएं:

  • वर्णनात्मक शैली: इस कला शैली की मूर्तियां बुद्ध के जीवन की कहानियों को दर्शाती है।
  • जीवंत शैली: इस शैली की सजीव व भावपूर्ण नक्काशियां बौद्ध कथाओं को जीवंत बनाती हैं।
  • प्राकृतिक प्रस्तुति: इस शैली में यथार्थवादी दृश्यों को चित्रित किया गया है, जो दृश्य के आकर्षण को बढ़ाते हैं।
  • स्थापत्य तत्व: ये मुख्यतः स्तूपों की रेलिंग, चबूतरे व अन्य भागों पर मुख्य रूप से देखे जाते हैं।
  • निर्माण के लिए इस्तेमाल सामग्री: सफेद संगमरमर जैसे पत्थर से निर्मित। ये सामग्रियां नक्काशी को गहराई और सौंदर्य प्रदान करती हैं।
    • उदाहरण: अमरावती शैली में बनाई गई नागार्जुनकोंडा की बुद्ध प्रतिमा।
  • Tags :
  • अमरावती
  • नवदुर्गा परीक्षण रेंज
  • माध्यमिक दर्शन
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