केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने FICCI एवं CII के सहयोग से मुंबई में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिएटिव टेक्नोलॉजी (IICT) की स्थापना की घोषणा की है।
- IICT की स्थापना एनीमेशन, विज़ुअल इफेक्ट्स, गेमिंग, कॉमिक्स और एक्सटेंडेड रियलिटी (AVGC-XR) सेक्टर में भारत को वैश्विक मंच पर अग्रणी बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिएटिव टेक्नोलॉजी (IICT) के बारे में
- यह संस्थान AVGC-XR सेक्टर के लिए “राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र (National Centre of Excellence)” के रूप में कार्य करेगा।
- एक्सटेंडेड रियलिटी (XR) तकनीकें डिजिटल और वास्तविक दुनिया को जोड़ती हैं। इनके उदाहरण हैं: वर्चुअल रियलिटी (VR), ऑगमेंटेड रियलिटी (AR) और मिक्स्ड रियलिटी (MR)।

- यह संस्थान इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (IITs) और इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट (IIMs) के मॉडल पर आधारित होगा तथा इसे एक विश्वस्तरीय शिक्षा और प्रशिक्षण केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा।
भारत में AVGC-XR सेक्टर की स्थिति
- 2021 में वैश्विक AVGC-XR बाजार का मूल्य 366 बिलियन डॉलर था।
- वैश्विक AVGC-XR बाजार में भारत की हिस्सेदारी फिलहाल 1% से भी कम यानी लगभग 3 अरब डॉलर है। हालांकि, 2030 तक इसके 26 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की संभावना है।
- कर्नाटक VGC-XR सेक्टर में भारत के अग्रणी राज्य के रूप में उभर रहा है। उल्लेखनीय है कि कर्नाटक को देश का IT हब भी माना जाता है।
भारत में AVGC-XR सेक्टर के विकास के प्रमुख कारण
- OTT यूजर्स की संख्या में वृद्धि: 2024 में भारत के 547 मिलियन लोग यानी देश की 38.4% आबादी OTT से जुड़ी हुई थी।
- स्मार्टफोन उपयोग करने वालों की संख्या में वृद्धि: IAMAI और कांतार की रिपोर्ट के अनुसार, 2025 के अंत तक भारत में 900 मिलियन से अधिक लोग इंटरनेट का उपयोग कर रहे होंगे। इनमें अधिकांश आबादी ग्रामीण भारत की होगी।
- एनीमेशन और VFX की उपयोगिता का विस्तार: गेमिंग, एजु-टेक, आर्किटेक्चर जैसे क्षेत्रकों में इनका व्यापक रूप से उपयोग हो रहा है।
- नई तकनीकों का उदय: ऑगमेंटेड रियलिटी (AR) और वर्चुअल रियलिटी (VR) में निवेश लगातार बढ़ रहा है।
- अन्य कारण: अनुसंधान एवं विकास में निवेश बढ़ रहा है। साथ ही 5G नेटवर्क का तेजी से विस्तार हो रहा है, आदि।