यह सुविधा उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारे का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
ब्रह्मोस मिसाइल के बारे में
- यह एक लंबी दूरी की सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल प्रणाली है।
- क्रूज मिसाइल जेट इंजन द्वारा संचालित होती है।
- सुपरसोनिक मिसाइल की रेंज 2-3 मैक होती है।
- इसे DRDO और रूस के NPOM के बीच एक संयुक्त उद्यम ब्रह्मोस एयरोस्पेस द्वारा विकसित किया गया है।
- इसका नाम ब्रह्मपुत्र और मोस्कवा नदियों के नाम पर रखा गया है।
- इसकी प्रमुख विशेषताएँ
- यह 'दागो और भूल जाओ के सिद्धांत' पर काम करती है तथा लक्ष्य तक पहुंचने के लिए विभिन्न प्रकार के प्रक्षेप-पथ को अपनाती है।
- दो चरणों वाली मिसाइल
- पहला चरण: ठोस प्रणोदक बूस्टर इंजन पर आधारित।
- दूसरा चरण: लिक्विड रैमजेट इंजन, क्रूज चरण में मिसाइल की गति को लगभग मैक 3 तक पहुंचा देता है।
- रेंज: 290 किमी।
- संस्करण: ब्रह्मोस NG मिसाइल। यह ब्रह्मोस मिसाइल का हल्का, छोटा और ज्यादा घातक संस्करण है।
- अन्य: स्टील्थ प्रौद्योगिकी (रडार द्वारा पता लगाना कठिन), एक दम सटीक निशाना लगाने की क्षमता, आदि।
- लाभ
- यूनिवर्सल मिसाइल: इसे जमीन, समुद्र और हवा से भी दागा जा सकता है।
- निर्यात की संभावना: उदाहरण के लिए भारत ने 2024 में फिलीपींस को ब्रह्मोस की आपूर्ति की थी।
- अन्य: लक्ष्यों पर केन्द्रित हमला और बहुत कम समय में लक्ष्य तक पहुंचने की क्षमता आदि।
भारत के रक्षा औद्योगिक गलियारे के बारे में
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