रक्षा मंत्री ने लखनऊ में ब्रह्मोस एयरोस्पेस परीक्षण सुविधा का उद्घाटन किया | Current Affairs | Vision IAS
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रक्षा मंत्री ने लखनऊ में ब्रह्मोस एयरोस्पेस परीक्षण सुविधा का उद्घाटन किया

Posted 12 May 2025

9 min read

यह सुविधा उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारे का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

ब्रह्मोस मिसाइल के बारे में

  • यह एक लंबी दूरी की सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल प्रणाली है।
    • क्रूज मिसाइल जेट इंजन द्वारा संचालित होती है।
    • सुपरसोनिक मिसाइल की रेंज 2-3 मैक होती है।
  • इसे DRDO और रूस के NPOM के बीच एक संयुक्त उद्यम ब्रह्मोस एयरोस्पेस द्वारा विकसित किया गया है।
    • इसका नाम ब्रह्मपुत्र और मोस्कवा नदियों के नाम पर रखा गया है।
  • इसकी प्रमुख विशेषताएँ
    • यह 'दागो और भूल जाओ के सिद्धांत' पर काम करती है तथा लक्ष्य तक पहुंचने के लिए विभिन्न प्रकार के प्रक्षेप-पथ को अपनाती है।
    • दो चरणों वाली मिसाइल
      • पहला चरण: ठोस प्रणोदक बूस्टर इंजन पर आधारित।
      • दूसरा चरण: लिक्विड रैमजेट इंजन, क्रूज चरण में मिसाइल की गति को लगभग मैक 3 तक पहुंचा देता है।
    • रेंज: 290 किमी। 
    • संस्करण: ब्रह्मोस NG मिसाइल। यह ब्रह्मोस मिसाइल का हल्का, छोटा और ज्यादा घातक संस्करण है।
    • अन्य: स्टील्थ प्रौद्योगिकी (रडार द्वारा पता लगाना कठिन), एक दम सटीक निशाना लगाने की क्षमता, आदि।
  • लाभ
    • यूनिवर्सल मिसाइल: इसे जमीन, समुद्र और हवा से भी दागा जा सकता है।
    • निर्यात की संभावना: उदाहरण के लिए भारत ने 2024 में फिलीपींस को ब्रह्मोस की आपूर्ति की थी। 
    • अन्य: लक्ष्यों पर केन्द्रित हमला और बहुत कम समय में लक्ष्य तक पहुंचने की क्षमता आदि।

भारत के रक्षा औद्योगिक गलियारे के बारे में

  • भारत में दो रक्षा औद्योगिक गलियारों (Defence Industrial Corridors - DICs) की स्थापना की जा रही है:
    • उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारा: इसमें छह नोडल बिंदु शामिल हैं: आगरा, अलीगढ़, चित्रकूट, झांसी, कानपुर और लखनऊ।
    • तमिलनाडु रक्षा गलियारा: इसमें पांच नोडल बिंदु शामिल हैं: चेन्नई, कोयम्बटूर, होसुर, सेलम और तिरुचिरापल्ली।
  • उद्देश्य: रक्षा और एयरोस्पेस से संबंधित वस्तुओं या साधनों आदि के स्वदेशी उत्पादन को बढ़ावा देना।
  • Tags :
  • सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल
  • ब्रह्मोस एयरोस्पेस परीक्षण सुविधा
  • ब्रह्मोस NG मिसाइल
  • रक्षा औद्योगिक गलियारे
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