PSLV रॉकेट में तकनीकी खराबी के कारण इसरो का 101वां मिशन विफल हुआ | Current Affairs | Vision IAS
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PSLV रॉकेट में तकनीकी खराबी के कारण इसरो का 101वां मिशन विफल हुआ

Posted 19 May 2025

8 min read

इसरो (ISRO) का “PSLV-C61/EOS-09” मिशन, PSLV रॉकेट के तीसरे चरण में तकनीकी खराबी के कारण विफल हो गया। यह 63वां PSLV मिशन था। 

  • अपनी प्रथम उड़ान से लेकर अब तक, ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (PSLV) केवल दो बार विफल हुआ है; पहली बार 1993 की प्रथम उड़ान में और दूसरी बार 2017 में।

PSLV-C61/EOS-09 मिशन के बारे में

  • PSLV-C61 का उद्देश्य EOS-09 यानी अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट-09 को सूर्य-तुल्यकालिक ध्रुवीय कक्षा (SSPO) में स्थापित करना था।
    • इसे श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के पहले लॉन्च पैड से प्रक्षेपित किया गया था।
  • EOS-09 पृथ्वी का पर्यवेक्षण करने वाला अत्याधुनिक सैटेलाइट है। यह C-बैंड सिंथेटिक एपर्चर रडार (SAR) तकनीक से युक्त है।
  • उद्देश्य: इसका उद्देश्य अलग-अलग क्षेत्रकों में उपयोग के लिए निरंतर और विश्वसनीय रिमोट सेंसिंग डेटा प्रदान करना है।
    • यह सैटेलाइट किसी भी मौसम में और दिन या रात में, पृथ्वी की सतह की हाई-रिज़ॉल्यूशन वाली तस्वीरें लेने में सक्षम है।

PSLV के बारे में

  • यह ISRO द्वारा विकसित भारत का थर्ड जनरेशन प्रक्षेपण यान है।
  • यह चार चरणों वाला रॉकेट है। साथ ही, यह भारत का पहला प्रक्षेपण यान भी है, जिसमें तरल ईंधन चरण शामिल हैं। 
  • इसका पहला सफल प्रक्षेपण अक्टूबर 1994 में हुआ था। तब से इसकी लगातार सफलता के कारण इसे "ISRO का वर्कहॉर्स" कहा जाने लगा।
  • यह पृथ्वी की निम्न कक्षा (LEO)भू-तुल्यकालिक कक्षा (Geosynchronous) और भूस्थिर (Geostationary) कक्षा में उपग्रहों को प्रक्षेपित करने में सक्षम है।
    • इसने चंद्रयान-1 (2008) और मंगलयान (2013) जैसे प्रमुख मिशनों को भी सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया है।
  • Tags :
  • PSLV
  • अर्थ ऑब्जर्वेशन
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