न्यू डेवलपमेंट बैंक (NDB) ने स्वच्छ ऊर्जा जैसे प्रमुख क्षेत्रकों को कवर वाली 40 बिलियन अमेरिकी डॉलर की निवेश परियोजनाओं को मंजूरी दी है। साथ ही, NDB की सदस्य संख्या में वृद्धि का भी निर्णय लिया गया है। इससे अन्य देशों के लिए निवेश के अवसर बढ़ेंगे।
न्यू डेवलपमेंट बैंक (NDB) के बारे में (मुख्यालय: शंघाई, चीन)
- उत्पत्ति: ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका (BRICS/ ब्रिक्स) द्वारा स्थापित। NDB की स्थापना के लिए समझौते पर 15 जुलाई, 2014 को फोर्टालेजा में आयोजित ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान हस्ताक्षर किए गए थे और बैंक ने 21 जुलाई, 2015 को परिचालन शुरू किया था।
- उद्देश्य: यह एक बहुपक्षीय विकास बैंक है। इसका उद्देश्य उभरते बाजारों और विकासशील देशों में बुनियादी ढांचे और सतत विकास परियोजनाओं के लिए संसाधन जुटाना है।
- सदस्य: ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका, बांग्लादेश, संयुक्त अरब अमीरात, मिस्र और अल्जीरिया।
- NDB के अनुच्छेद 2 के अनुसार, इसकी सदस्यता संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्यों के लिए खुली है, जिसमें ऋण लेने वाले और ऋण न लेने वाले दोनों सदस्य शामिल हैं।
- उरुग्वे को इसके संभावित सदस्य के रूप में सूचीबद्ध किया गया है। इसे NDB के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स द्वारा मंजूरी दी गई है, लेकिन अपनी इंस्ट्रूमेंट ऑफ़ अक्सेशन जमा करने के बाद इसे आधिकारिक तौर पर सदस्य का दर्जा दिया जाएगा।
- पूंजी और शेयरधारिता: इसकी स्थापना 100 बिलियन डॉलर की प्रारंभिक अधिकृत पूंजी से की गई थी। इसके सभी 5 संस्थापक सदस्यों की इसमें कुल 50 बिलियन डॉलर की समान हिस्सेदारी है।
- मतदान शक्ति: संस्थापक सदस्यों की संयुक्त मतदान शक्ति कम-से-कम 55% होगी।
