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व्यावसायिक छंटनी की नैतिकता

Posted 01 Jul 2025

Updated 24 Jun 2025

39 min read

परिचय

हाल ही में, माइक्रोसॉफ्ट ने अपने वैश्विक कर्मचारियों के 3% की छंटनी की घोषणा की है, जिससे लगभग 6,000 कर्मचारी विभिन्न स्तरों, टीमों और क्षेत्रों में प्रभावित हुए हैं। यह छंटनी कंपनी के आंतरिक पुनर्गठन और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) पर बढ़ते निवेश के चलते की गई है। इसी तरह, गूगल, अमेज़ॅन और IBM जैसी अन्य प्रमुख टेक कंपनियों ने भी छंटनी की है, जिससे कुल मिलाकर लगभग 60,000 वैश्विक कर्मचारी प्रभावित हुए हैं। 

ऐसे कदम बड़े पैमाने पर AI-संचालित पुनर्गठन और प्रबंधन की अनावश्यक परतों को हटाने के लिए जरूरी हो गए थे। हालांकि, इस तरह की व्यापक छंटनियां (मास ले-ऑफ/ डाउनसाइजिंग) केवल कर्मचारियों को ही नहीं, बल्कि पूरे समाज को भी गहराई से प्रभावित करती हैं। इसी कारण, इन निर्णयों की नैतिक समीक्षा करना आवश्यक हो जाता है, ताकि उनके दीर्घकालिक सामाजिक और मानवीय प्रभावों को समझा जा सके।

ऐसे कदम मुख्यतः ऑटोमेशन, विलय और अधिग्रहण, नौकरी आउटसोर्सिंग जैसे कारकों की वजह से उठाए गए हैं। 

हालांकि, यह छंटनी उत्पादकता, लाभ और प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने के लिए की जा रही है, लेकिन इसे व्यावसायिक नैतिकता (Business Ethics) के सिद्धांत के विरुद्ध भी माना जा रहा है।

व्यावसायिक नैतिकता के बारे में 

  • अर्थ: यह आधुनिक कॉर्पोरेट संस्कृति का एक महत्वपूर्ण आयाम है जो व्यक्तियों, कंपनियों और व्यावसायिक उद्यमों का मार्गदर्शन करता है। 
  • विशेषताएं: यह सिद्धांतों और मूल्यों का एक समूह है, जैसे- विश्वास निर्माण, न्यायसंगत प्रतिस्पर्धा, सत्यनिष्ठा, वैधता, कॉर्पोरेट प्रशासन और व्यक्तिगत नैतिक विकास, आदि। 
  • प्रकृति: यह केवल वैधानिक और नियामक आवश्यकताओं का अनुपालन ही नहीं करती, बल्कि नैतिक शुचिता और सामाजिक कल्याण के लिए प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है। 
    • यह सद्गुण नीतिशास्त्र (Virtue Ethics) के तत्वों द्वारा निर्देशित होती है। सद्गुण नीतिशास्त्र के तत्व ऐसे सकारात्मक लक्षण हैं, जो व्यक्तियों के कार्यों का मार्गदर्शन करते हैं। 
    • उदाहरण के लिए, इन्फोसिस जैसी कंपनियों ने निर्णय लेने में नैतिक मार्गदर्शन हेतु आचार संहिता और नैतिकता को लागू किया है, ताकि व्यवसाय में सही निर्णय लिए जा सके। 

विभिन्न हितधारकों के प्रति व्यवसायों की जिम्मेदारी 

कर्मचारी
  • कर्मचारियों और श्रमिकों के भीतर मजबूत नैतिकता विकसित करता है, जिससे न केवल संगठनों को लाभ होता है, बल्कि व्यक्तियों को एक मजबूत नैतिक दिशा विकसित करने में भी मदद मिलती है।
    • एक वैश्विक आतिथ्य कंपनी हिल्टन अपनी नैतिक प्रबंधन पद्धतियों के कारण ग्रेट प्लेस टू वर्क (2024) रैंकिंग में शीर्ष पर रही। 
उपभोक्ता
  • यह एक निवारक तंत्र के रूप में कार्य करता है, व्यवसायों को ऐसी अनुचित या भ्रामक प्रथाओं में शामिल होने से रोकता है जो उपभोक्ताओं को संभावित रूप से नुकसान पहुंचा सकती हैं। 
    • एप्पल अपनी iCloud सेवाओं में उन्नत डेटा सुरक्षा (ADP) सुविधा प्रदान करता है, जिससे एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन का लाभ मिलता है। 
समाज
  • व्यवसाय न्यायसंगत और ईमानदार प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने हेतु आधार बनते हैं। 
    • जैसा कि रतन टाटा ने एक बार टिप्पणी की थी- "व्यवसायों को केवल अपनी कंपनियों के हितों तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि उन समुदायों की सेवा भी करनी चाहिए जिनसे वे जुड़े हैं।" 

व्यावसायिक छंटनी में शामिल नैतिक दुविधाएं 

  • उपयोगितावाद बनाम कांटियन पूंजीवाद (Utilitarianism Vs Kantian Capitalism): उपयोगितावादी दृष्टिकोण के अनुसार, छंटनी को दिवालियापन से बचने के लिए सबसे कम हानिकारक विकल्प माना जाता है (अधिकतम लोगों का अधिकतम लाभ)।
    • हालांकि, इमैनुअल कांट की नैतिक विचारधारा के अनुसार, किसी लक्ष्य (जैसे- मुनाफा या हितधारकों के लाभ) को प्राप्त करने हेतु किसी कर्मचारी को केवल एक साधन (छंटनी के माध्यम से) के रूप में प्रयोग करना नैतिक नहीं है। 
  • व्यक्तिवाद बनाम कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR): व्यक्तिवादी दृष्टिकोण के अनुसार, एक कंपनी का प्राथमिक लक्ष्य लाभ को अधिकतम करना है, जो छंटनी को उचित मानता है।
    • लेकिन छंटनी, कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के सिद्धांत से टकराती है, जो समुदाय (विशेषकर कर्मचारियों) के प्रति सद्भावना और दायित्व की मांग करता है। 
  • कर्तव्यनिष्ठ बनाम परिणामवादी दृष्टिकोण (Deontological vs Teleological): कर्तव्यनिष्ठ (Deontological) दृष्टिकोण के अनुसार, किसी कार्य को केवल लाभ और लाभ प्राप्ति के आधार पर नहीं, बल्कि नैतिक कर्तव्यों के आधार पर किया जाना चाहिए।  
    • वहीं, परिणामवादी (Teleological) दृष्टिकोण सिर्फ कार्य के अच्छे परिणामों पर ध्यान देता है, भले ही उसकी प्रक्रिया नैतिक रूप से संदिग्ध हो।
  • नैतिक सापेक्षवाद बनाम न्याय का सार्वभौमीकरण: नैतिक सापेक्षवाद यह मानता है कि कोई एक सही सिद्धांत सभी पर लागू नहीं हो सकता। जबकि, न्याय का सार्वभौमिक सिद्धांत यह कहता है कि सभी के साथ बिना किसी भेदभाव के निष्पक्ष व्यवहार होना चाहिए, चाहे वह किसी भी संदर्भ में हो।

व्यावसायिक छंटनी से निपटने के लिए आगे की राह

  • अंतिम उपाय के रूप में छंटनी: व्यावसायिक प्रबंधन को पहले अन्य विकल्पों की तलाश करनी चाहिए, जैसे- मार्केटिंग खर्च में कटौती, यात्रा व्यय को कम करना, नई भर्तियों पर रोक आदि। 
    • कंपनियों को छंटनी के प्रभावों का मूल्यांकन भी करना चाहिए, यानी स्थानीय बेरोजगारी दर, मौजूदा संगठनात्मक संस्कृति पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा, आदि। 
  • स्वैच्छिक छंटनी (Voluntary Layoffs): यह एक ऐसी रणनीति है, जिसमें कर्मचारियों को आकर्षक सेवा निवृत्ति पैकेज या नई करियर स्किल्स में ट्रांसफर का विकल्प देकर स्वैच्छिक रूप से छंटनी स्वीकार करने का अवसर दिया जा सकता है।
  • व्यावसायिक आचार संहिता और नैतिकता को बनाए रखना: सत्यनिष्ठा, ईमानदारी, पारदर्शिता, करुणा आदि जैसे नैतिक मूल्यों को आत्मसात करना, और यह सुनिश्चित करना कि वे व्यावसायिक वातावरण का मार्गदर्शन करें।  
    • उदाहरण के लिए, हावर्ड शुल्त्स (स्टारबक्स के पूर्व CEO) ने 1988 में पात्र पूर्णकालिक और अंशकालिक कर्मचारियों को स्वास्थ्य बीमा की पेशकश की, जिसमें कर्मचारियों के सभी घरेलू साझेदार भी शामिल थे। 
  • त्वरित प्रतिभा रणनीति (Agile Talent Strategy): कंपनियां कर्मचारियों के दीर्घकालिक करियर को मजबूत करने के लिए लगातार करियर विकास और निरंतर सीखने की संस्कृति में निवेश कर रही है। 
    • उदाहरण के लिए, अमेज़ॅन जैसी कंपनियां अपने कर्मचारियों को 'एजुकेशन ऐज़ ए बेनिफिट प्रोग्राम' प्रदान करती हैं, जिससे उन्हें करियर में वृद्धि मिलती है। 
  • छंटनी से प्रभावित कर्मचारियों की सहायता करना: सामुदायिक कॉलेजों, पूर्व छात्र नेटवर्क आदि का लाभ उठाकर छंटनी किए गए कर्मचारियों को नया सार्थक रोजगार खोजने में सक्रिय रूप से मदद करना। 
    • नोकिया के ब्रिज कार्यक्रम ने 2014 में छंटनी किए गए अपने 60% कर्मचारियों की मदद की।

निष्कर्ष 

किसी बड़े पैमाने पर छंटनी करने से पहले, प्रबंधन को अन्य सभी संभावित विकल्पों पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है। इसके अलावा, कर्मचारियों को भविष्य की तकनीकों के अनुसार कुशल बनाना न केवल कंपनी की दीर्घकालिक वृद्धि में सहायक होगा, बल्कि छंटनी की आवश्यकता को भी कम करेगा। इसके साथ ही, इस दिशा में, नैतिक व्यावसायिक व्यवहार की आदत को विकसित करने के लिए संगठन में समाजीकरण, संवाद और सभी हितधारकों से नियमित संपर्क की संस्कृति को बढ़ावा देना चाहिए।

अपनी नैतिक अभिक्षमता का परीक्षण कीजिए

आप वर्तमान में एक ई-कॉमर्स कंपनी के CEO के रूप में कार्यरत हैं। ऑटोमेशन के आगमन के साथ, आपकी कंपनी ने कई ऑपरेशन को AI-सक्षम तकनीकों से स्वचालित कर दिया है। इससे एक ओर जहां भारी खर्च हुआ है, वहीं दूसरी ओर ऐसे कर्मचारी हैं जिनका काम अब अनावश्यक हो गया है। इसलिए, कंपनी के बोर्ड ने लगभग 250 कर्मचारियों की छंटनी करने का फैसला किया है। आपको चयनित कर्मचारियों को यह खबर बताने का काम सौंपा गया है, जिनमें से कुछ के साथ आपके व्यक्तिगत और व्यावसायिक संबंध बहुत अच्छे हैं। 

उपर्युक्त केस स्टडी के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए: 

  1. उपर्युक्त मामले में आपके सामने आने वाली नैतिक दुविधाओं की पहचान कीजिए।
  2. विभिन्न हितधारकों के प्रति एक व्यवसाय की प्रमुख जिम्मेदारियां क्या हैं?
  3. कंपनी के बोर्ड को छंटनी से पहले किए जाने वाले उपायों का सुझाव दीजिए। 

 

 

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  • व्यावसायिक छंटनी
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