संयुक्त राष्ट्र बाल मृत्यु दर आकलन अंतर-एजेंसी समूह (UN IGME) ने रिपोर्ट जारी की | Current Affairs | Vision IAS
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    संयुक्त राष्ट्र बाल मृत्यु दर आकलन अंतर-एजेंसी समूह (UN IGME) ने रिपोर्ट जारी की

    Posted 28 Mar 2025

    12 min read

    इस रिपोर्ट का शीर्षक है- "बाल मृत्यु दर के स्तर और रुझान" इस रिपोर्ट में बाल मृत्यु दर को कम करने में अन्य चार देशों के साथ भारत के प्रयासों और प्रगति की सराहना की गई है।

    • वर्ष 2000 से अब तक भारत में पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों की मृत्यु दर में 70 प्रतिशत तथा नवजात शिशु मृत्यु दर में 61 प्रतिशत की कमी आई है।

    रिपोर्ट के अनुसार भारत के बेहतर प्रदर्शन में योगदान देने वाले कारक

    • आयुष्मान भारत: यह प्रत्येक परिवार को प्रतिवर्ष 5 लाख रुपये का वार्षिक बीमा कवरेज प्रदान करने वाली स्वास्थ्य बीमा योजना है।
    • प्रसव संबंधी समग्र सुविधा: लोक स्वास्थ्य संस्थानों में प्रत्येक गर्भवती महिला को निःशुल्क प्रसव (सिजेरियन सहित) की सुविधा प्रदान की जाती है। साथ ही, शिशु देखभाल के लिए नि:शुल्क परिवहन, दवाइयां, निदान और आहार सहायता भी उपलब्ध कराई जाती है।
    • मातृत्व सेवाओं की उपलब्धता और प्रसार में सुधार: प्रसूति प्रतीक्षा गृहों और मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य विंग्स की स्थापना तथा जन्म के समय से ही बच्चे में किसी विकार की जांच के लिए समर्पित कार्यक्रम के माध्यम से अवसंरचना को मजबूत किया गया है।
    • कुशल प्रसव परिचारिकाओं को प्रशिक्षण देना: मिडवाइव्स और सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं जैसी कुशल प्रसव परिचारिकाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

    विश्व स्तर पर बाल मृत्यु दर को और कम करने के लिए रिपोर्ट में की गई सिफारिशें

    • निवेश को प्राथमिकता देना: इस संबंध में निवेश को सबसे सुभेद्य आबादी पर लक्षित किया जाना चाहिए।
    • डेटा का बेहतर उपयोग करना: लक्ष्यीकरण संबंधी कार्य और हस्तक्षेप उप-राष्ट्रीय स्तर के डेटा पर आधारित होने चाहिए।
    • अन्य: इसमें आयु-विशिष्ट हस्तक्षेप करना, डेटा की उपलब्धता सुनिश्चित करना, आदि शामिल हैं। 

    इस संबंध में भारत द्वारा शुरू की गई पहलें 

    • प्रधान मंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान: इसका उद्देश्य सभी गर्भवती महिलाओं को निश्चित दिन पर सुनिश्चित, व्यापक और गुणवत्तापूर्ण प्रसव-पूर्व देखभाल प्रदान करना है।
    • जननी सुरक्षा योजना: इसमें प्रसव और प्रसव के बाद की स्वास्थ्य देखभाल के साथ नकद सहायता को शामिल किया गया है।
    • मदर्स एब्सोल्यूट अफेक्शन (MAA): इसका उद्देश्य स्तनपान के तरीकों में सुधार करना और स्तनपान को बढ़ावा देना है।
    • सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम (UIP): यह बच्चों को प्राण-घातक रोगों से बचाने के लिए टीकाकरण कार्यक्रम है।
    • Tags :
    • UN IGME
    • बाल मृत्यु दर
    • मदर्स एब्सोल्यूट अफेक्शन
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