लोकप्रिय इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर मीशा अग्रवाल ने अपने फॉलोअर्स की संख्या में गिरावट के कारण भावनात्मक रूप से संघर्ष करते हुए आत्महत्या कर ली।
सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से क्यों पीड़ित हैं?

- वास्तविक और आभासी दुनिया के बीच बहुत बड़ा अंतर: एक प्रभावशाली व्यक्ति होना ग्लैमरस, उपहारों, स्पॉन्सर्ड ट्रिप एवं प्रसिद्धि से भरा हुआ लगता है।
- हालांकि, इन्फ्लुएंसर के लिए हमेशा ऑनलाइन रहना एक पूर्णकालिक पेशा है। लगातार पोस्ट करने, जुड़ने और प्रदर्शन करने का दबाव गोपनीयता को खोने, थकान एवं चिंता का कारण बनता है।
- मान्यता और ऑनलाइन सूक्ष्म परीक्षण: इन्फ्लुएंसर्स को लाइक, कमेंट एवं फॉलोअर्स हासिल करने तथा अपने आत्मसम्मान को सोशल मीडिया की लोकप्रियता से जोड़ने के लिए अत्यधिक दबाव का सामना करना पड़ता है।
- हालांकि, ट्रोलिंग, दुर्व्यवहार या आलोचना के माध्यम से नकारात्मक फीडबैक गंभीर भावनात्मक नुकसान पहुंचा सकता है।
- विषाक्त तुलना: सावधानीपूर्वक एडिटेड और क्यूरेटेड कंटेंट से घिरे रहने से जीवनशैली, रिश्तों को निभाने आदि के संबंध में हानिकारक सामाजिक तुलना हो सकती है।
- अध्ययन इसे इन्फ्लुएंसर्स एवं उनके दर्शकों के बीच अवसाद और चिंता के उच्च स्तर से जोड़ते हैं।
- उनके करियर को लेकर हेय भावना: कई इन्फ्लुएंसर्स यह महसूस करते हैं कि उन्हें नजरअंदाज किया जाता है या उनकी आलोचना की जाती है, क्योंकि उनके पेशे को हमेशा गंभीरता से नहीं लिया जाता।
जैसे-जैसे अधिकाधिक जीवन ऑनलाइन होता जा रहा है, इन्फ्लुएंसर्स के मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण को समझना तथा उनका समर्थन करना अत्यंत आवश्यक होता जा रहा है।