यह जोएल मोक्यर, फिलिप एगियन, और पीटर हॉविट को "नवाचार-संचालित आर्थिक संवृद्धि की व्याख्या" के लिए प्रदान किया गया है।
- पुरस्कार का एक आधा हिस्सा जोएल मोक्यर को "तकनीकी प्रगति के माध्यम से सतत आर्थिक संवृद्धि के लिए आवश्यक पूर्वशर्तों की पहचान" हेतु दिया जाएगा।
- दूसरा आधा हिस्सा संयुक्त रूप से फिलिप एगियन और पीटर हॉविट को “सृजनात्मक विनाश” (Creative Destruction) के माध्यम से सतत संवृद्धि के सिद्धांत के लिए साझा किया जाएगा।
- उन्होंने यह बताया कि, इतिहास में पहली बार, पिछली दो शताब्दियों में सतत वैश्विक आर्थिक संवृद्धि देखने को मिली है।
उनका योगदान
जोएल मोक्यर
- उन्होंने उन तंत्रों का वर्णन किया, जो वैज्ञानिक सफलताओं और उनके व्यावहारिक अनुप्रयोगों को एक-दूसरे को बढ़ाने तथा एक स्व-सृजक प्रक्रिया बनाने में सक्षम बनाते हैं।
- उन्होंने सतत संवृद्धि के लिए आवश्यक कारकों की पहचान की। इनमें निम्नलिखित शामिल हैं:
- उपयोगी ज्ञान का सतत प्रवाह: इसमें प्रस्तावात्मक ज्ञान (propositional knowledge) और निर्देशात्मक ज्ञान (prescriptive knowledge) शामिल है।
- प्रस्तावात्मक ज्ञान: यह दर्शाता है कि कोई क्यों काम करता है।
- निर्देशात्मक ज्ञान: यह वर्णित करता है कि किसी द्वारा काम करने के लिए क्या आवश्यक है)।
- वाणिज्यिक ज्ञान: विचारों को वाणिज्यिक उत्पादों में बदलना।
- परिवर्तन के प्रति सामाजिक खुलापन।
फिलिप एगियन और पीटर हॉविट
- उन्होंने “सृजनात्मक विनाश” की व्याख्या करने के लिए एक गणितीय मॉडल तैयार किया।
- “सृजनात्मक विनाश” के अनुसार, जब बाजार में नए और बेहतर उत्पाद आते हैं, तो पुराने उत्पाद बेचने वाली कंपनियां अपनी प्रतिस्पर्धात्मकता खो देती हैं या बाजार से बाहर हो जाती हैं।
- इसे सृजनात्मक कहा जाता है, क्योंकि यह नवाचार पर आधारित है। यद्यपि यह विनाशकारी भी है, क्योंकि पुराने उत्पाद अप्रचलित हो जाते हैं और अपना वाणिज्यिक मूल्य खो देते हैं।