ये दिशा-निर्देश शिक्षा मंत्रालय और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने मिलकर जारी किए हैं, जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के विज़न के अनुरूप हैं।
- NEP 2020 में प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा (ECCE) को सीखने का आधार माना गया है। इसमें 5+3+3+4 संरचना के तहत 3 साल की प्री-स्कूल शिक्षा को शामिल किया गया है।
आंगनवाड़ी केंद्रों को स्कूलों के साथ स्थापित करने के उद्देश्य
- प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों की आंगनवाड़ी केंद्रों से कक्षा 1 तक स्कूल तैयारी और सुचारू स्थानांतरण सुनिश्चित करना।
- अवसंरचना का बेहतर उपयोग करना, स्कूल तैयारियों को बढ़ाना और शिक्षा व पोषण क्षेत्रों के बीच तालमेल मजबूत करना।
- सीखने और विकासात्मक परिणामों को बेहतर बनाना।
वर्तमान स्थिति
- 14 लाख से अधिक आंगनवाड़ी केंद्र हैं और 9.16 लाख स्कूलों में ग्रेड 1 की कक्षाएं हैं, जिनमें से 2.9 लाख आंगनवाड़ी केंद्र पहले से ही इन स्कूलों के साथ स्थापित हैं।
प्रमुख सिफारिशें
- दूरी: शहरी क्षेत्रों में आंगनवाड़ी के साथ स्थापित स्कूलों की आंगनवाड़ी से दूरी 500 मीटर से अधिक नहीं होनी चाहिए और ग्रामीण क्षेत्रों में 1 किमी से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- प्राथमिकता: उन आंगनवाड़ी केंद्रों को सह-स्थापित करने को प्राथमिकता दी जानी चाहिए, जहां अधिकांश बच्चे हाशिए पर रहने वाले समूहों (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग, जनजातीय क्षेत्र और प्रवासी परिवार) से संबंधित हैं।
- कक्षा की उपलब्धता: सह-स्थापना उन स्कूलों के साथ प्राथमिकता से की जानी चाहिए, जिनमें कक्षा 1 है, लेकिन पहले से कोई बालवाटिका/ प्री-प्राइमरी कक्षा नहीं है।
- अलग प्रवेश द्वार: स्कूलों के साथ स्थापित आंगनवाड़ी केंद्रों में अलग प्रवेश और निकास द्वार होने चाहिए।
प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा (ECCE) के लिए पहलें
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